विषय में कौशल बढ़ाने के लिए ICSE – ISC प्रश्न पैटर्न में बदलाव

विषय में कौशल बढ़ाने के लिए ICSE – ISC प्रश्न पैटर्न में बदलाव
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सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : आईसीएसई और आईएससी परीक्षाओं में ऐसे योग्यता-आधारित प्रश्न देने का चलन इस वर्ष से देखा जा रहा है। अगले साल से आईसीएसई और आईएससी में ऐसे सवालों की संख्या बढ़ जाएगी। 2025 में 25 प्रतिशत प्रश्न कौशल-आधारित हो सकते हैं। 2026 में 40 फीसदी और 2027 में 50 फीसदी आ सकता है। हाल ही में भुवनेश्वर में सीआईएससीई बोर्ड के अंतर्गत आने वाली संस्था 'एसोसिएशन ऑफ आईएससी स्कूल्स' के प्रिंसिपलों की कॉन्फ्रेंस में यह बात सामने आई है। सम्मेलन में सीआईएससीई बोर्ड सचिव जोसेफ इमैनुएल सहित शिक्षा जगत के गणमान्य लोग उपस्थित थे। जोसेफ ने कहा, आने वाले दिनों में परीक्षा प्रणाली से लेकर पाठ्यक्रम तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति का और अधिक पालन किया जाएगा। कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। प्रिंसिपलों के अनुसार, कौशल आधारित प्रश्नों का उत्तर तभी दिया जा सकता है जब छात्र को विषय की स्पष्ट समझ हो। प्रश्नपत्र के सभी उत्तर केवल पढ़कर याद करने से नहीं दिये जा सकते। बल्कि सोच-समझकर जवाब देने होंगे। सीधे तौर पर नहीं, सवाल थोड़ा घूमकर दिए जाएंगे। स्टूडेंट्स की समझ के लिए बोर्ड की वेबसाइट पर ऐसे सवालों के सैंपल दिए गए हैं। इसका अभ्यास करने से आपको प्रश्नों के प्रकार की स्पष्ट समझ हो जाएगी। इसके अलावा तीसरी, पांचवीं और आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों का अलग-अलग मूल्यांकन होगा। पांचवीं और आठवीं कक्षा में अंग्रेजी, गणित और विज्ञान विषय के प्रश्न होंगे। इस मूल्यांकन के आधार पर यह समझ आएगा कि कोई छात्र भविष्य में उच्च शिक्षा में कोई भी विषय पढ़ सकता है, उसे कौन सा विषय पसंद है। राज्य शिक्षा विभाग ने स्कूलों से अगले साल से समग्र रिपोर्ट कार्ड तैयार करने को कहा है ताकि यह पता चल सके कि छात्रों का समग्र विकास कैसा हो रहा है। सीआईएससीई बोर्ड के अंतर्गत आने वाले स्कूलों के प्रिंसिपलों ने कहा कि उनके बोर्ड के अंतर्गत आने वाले स्कूलों के छात्रों के लिए समग्र रिपोर्ट कार्ड भी तैयार किए जाएंगे। अब तक 9वीं और 10वीं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स दो विषय थे। इन दोनों विषयों की मांग को देखते हुए अगले साल से 11वीं और 12वीं में रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को दो अलग-अलग विषय बनाया जा रहा है।

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