

कोलकाता : अगले साल राज्य में विधानसभा का चुनाव है। राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच, सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल ने अपने नेताओं को 'दुराचारियों' के समूह की कथित तौर पर सक्रियता को लेकर अलर्ट किया है। आरोप है कि ये समूह मतदाताओं के नाम, फोन नंबर आदि एकत्र करने के लिए घर-घर जा रहे हैं। बदले में, वे मतदाताओं को हल्दी पाउडर, मिर्च पाउडर और अन्य दैनिक जरूरत की चीजें दे रहे हैं! सूत्रों के अनुसार तृणमूल कांग्रेस ने यह भी बताया गया है कि फर्जी पहचान का उपयोग करके जानकारी एकत्र करने के आरोप में बंगाल के विभिन्न जिलों में पहले ही शिकायतें सामने आ चुकी हैं। इसके बाद ही तृणमूल के राज्य उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजुमदार ने एक सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर में कहा गया है कि शरारती तत्व एनजीओ या स्वैच्छिक संगठनों के नाम पर घर-घर जाकर मतदाताओं को मुफ्त में मसाले और अन्य वस्तुएं बांट रहे हैं और बदले में उनसे नाम, फोन नंबर और अन्य जानकारी एकत्र कर रहे हैं। पार्टी नेताओं को दिये संदेश में कहा गया है कि अपने क्षेत्र की तुरंत निगरानी करें और सभी स्तरों पर बूथ कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर सभी को जागरूक और सतर्क करें। सवाल यह है कि वे कौन हैं? क्या अगले साल चुनाव के मद्देनजर ऐसा किया जा रहा है?
क्या कहा गया है सर्कुलर में : आप सभी को इससे अवगत कराना चाहता हूं कि एनजीओ व स्वेच्छासेवी संगठन के नाम पर कुछ 'दुराचारी' मतदाताओं के घर-घर जाकर कहीं मसाला तो कहीं अन्य सामग्री बिना मूल्य वितरण कर रहे हैं। इसके बदले उनके नाम, फोन नंबर तथा अन्य जानकारी संग्रह कर रहे है। इसके पीछे विशाल साजिश है। अविलंब सभी अपने-अपने अंचलों में निगरानी रखें और बूथ कर्मियों को लेकर मीटिंग कर जागरुकता तथा सतर्कता बढ़ाएं।