

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पश्चिम बंग हिंदी अकादमी एवं सीएम ममता बनर्जी की पहल पर अकादमी के अध्यक्ष विवेक गुप्ता के प्रोत्साहन से भारतीय भाषा परिषद में 'हिंदी पत्रकारिता की विरासत और बंगाल' विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन में डॉ. शंभुनाथ, उत्पल पाल, रामनिवास द्विवेदी, ओम प्रकाश अश्क, प्रो. मीनल पारीक, प्रो. हितेंद्र पटेल, रविशंकर सिंह, विनीत कुमार और डॉ. श्राबंती बनर्जी ने दीप प्रज्ज्वललित के साथ किया। इस मौके पर 'संगोष्ठी कार्यवाही एवं शोधपत्र सार' पुस्तिका का लोकार्पण भी किया गया। कार्यक्रम में गंगा प्रसाद, डॉ. इतु सिंह, डॉ.प्रदीप्त मुखर्जी, प्रो. मीनल पारीक, डॉ. गीता दूबे, प्रो. एकता हेला, डॉ. इबरार खान, राज्यवर्द्धन, डॉ. रामप्रवेश रजक, रामाशीष साह, डॉ. कलावती कुमारी, प्रो. एन चंद्रा राव, डॉ.नम्रता कोठारी और मृत्युंजय श्रीवास्तव भी मौजूद थे। सभी ने कार्यक्रम के दौरान अपने वक्तव्य रखे। कार्यक्रम के संयोजक एवं हिंदी अकादमी के डाॅ.संजय जायसवाल ने कहा बंगाल नवजागरण का केंद्र होने के साथ हिंदी पत्रकारिता की जन्मभूमि भी है। शोध संवाद सत्र की अध्यक्षता सुरेश शॉ ने किया। इस सत्र में डॉ. रेशमी पांडा मुखर्जी, प्रो. आदित्य गिरी, उपदेश दर्जी, सुशील पांडेय, सूर्य देव रॉय, प्रीतम रजक, सुषमा कुमारी ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के सफल संयोजन में कुसुम भगत, कंचन भगत, प्रो. मटू दास, अनिल साह, अनुराधा भगत, प्रभाकर साव, संजना जायसवाल, प्रभाकर व्यास, रूपेश यादव, गायत्री वाल्मीकि, टीना परवीन, रिया श्रीवास्तव, उष्मिता गौड़ ने विशेष सहयोग दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रो. राहुल गौड़, डॉ. मधु सिंह, प्रो. लिली साह, मधु साव एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनीता राय, सपना खरवार, ज्योति चौरसिया एवं विकास जायसवाल ने किया। इस अवसर पर सेराज खान भारी संख्या में विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं साहित्य प्रेमियों ने हिस्सा लिया।