‘मेरी बेटी गिरफ्तारी से पहले गुरुग्राम नहीं भागी’

kolkata, bengal
REP
Published on

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता: 22 वर्षीया लॉ स्टूडेंट और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली के पिता पृथ्वीराज पनोली ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार और पुलिस प्रशासन के इस बयान का खंडन किया कि उनकी बेटी गिरफ्तारी से पहले गुरुग्राम भाग गई थी। पिछले सप्ताह उसकी गिरफ्तारी के बाद से पुलिस प्रशासन मीडिया में बार-बार यह कह रहा है कि गत 15 मई को गार्डनरीच पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर पुलिस ने पहले पनोली को नोटिस भेजा था, जो तब तक फेल हो गया था, क्योंकि वह हरियाणा के गुरुग्राम में छिप गई थी। पुलिस ने कहा कि इसके बाद पनोली के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

राज्य पुलिस के बयान का खंडन करते हुए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के पिता ने बुधवार को एक लिखित और वीडियो नोट जारी कर दावा किया कि उनकी बेटी एक प्रतिष्ठित वकील के साथ कानून में पूर्व-निर्धारित इंटर्नशिप में भाग लेने के लिए गुरुग्राम में थी। पृथ्वीराज पनोली ने बयान में कहा, ‘शर्मिष्ठा दिल्ली के नेहरू एन्क्लेव में एक प्रतिष्ठित वकील के साथ कानून में पूर्व-नियोजित इंटर्नशिप के लिए गुरुग्राम में थी। इससे पहले, इस साल फरवरी और मार्च में भी उसने दिल्ली में इंटर्नशिप की थी, जिसके लिए उसे दिल्ली के साकेत में एक प्रतिष्ठित लॉ फर्म से स्टाइपेंड मिला था।’ उन्होंने यह भी कहा कि एफआईआर दर्ज होने के दिन से लेकर 25 मई तक वे पश्चिम बंगाल पुलिस के संपर्क में थे।

पृथ्वीराज पनोली के अनुसार, उनकी बेटी 15 मई की सुबह पुणे से कोलकाता आई थी, जहाँ वह कानून की पढ़ाई कर रही है। उनके अनुसार, वह और उनकी बेटी शर्मिष्ठा को उसके इंस्टाग्राम पोस्ट पर मिली ऑनलाइन और मोबाइल धमकियों को दर्ज कराने के लिए 7 बार सेंट्रल कोलकाता के लालबाजार में कोलकाता पुलिस मुख्यालय के साइबर पुलिस स्टेशन और आनंदपुर पुलिस स्टेशन गए। उसके पिता ने दावा किया, ‘मैं 26 मई तक व्हाट्सएप के माध्यम से लालबाजार पुलिस के संपर्क में था, क्योंकि पूरे भारत और विदेशों से ऑनलाइन और मोबाइल धमकियों से बचने के लिए हमारी सभी सामान्य कॉल निष्क्रिय कर दी गई थीं। 22 मई से शर्मिष्ठा ने दिल्ली में अपनी इंटर्नशिप शुरू की। वह उस उद्देश्य के लिए प्रतिदिन सार्वजनिक परिवहन से दो घंटे की यात्रा करती थी। उसने 29 मई तक अपनी इंटर्नशिप जारी रखी, जब तक कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने 30 मई को उसे गिरफ्तार नहीं कर लिया।’ इधर, शर्मिष्ठा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले वजाहत खान के खिलाफ भी डीसी पोर्ट थाने में गत 2 जून को शिकायत दर्ज करायी गयी। वहीं बुधवार को श्री राम स्वाभिमान परिषद की ओर से सूरज सिंह के नेतृत्व में डीसी पाेर्ट थाने का घेराव कर वजाहत की गिरफ्तारी की मांग की गयी।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in