हावड़ा के जीटी रोड से लेकर हावड़ा रोड में गड्ढे दे रहे हैं दुर्घटनाओं को दावत

बारिश में टीएल जायसवाल अस्पताल, कृष्णाभवन, चाढ़ा समेत इलाकों की हालत हो जाती है दयनीय लोगों का आरोप, कभी घट सकती है बड़ी दुर्घटना
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सन्मार्ग संवाददाता

हावड़ा : हावड़ा शहर कचरा, गंदगी, टूटी हुई सड़कें और जाम नाले जैसी समस्याओं का पर्याय बन गया है। अगर आप हावड़ा की सड़कों पर निकलें तो कहीं कूड़े कचरों का ढेर, ताे कहीं जलमग्न रास्ते देखने को मिल जाएंगे। हावड़ा के विभिन्न इलाकों व गली मोहल्ले की स्थिति ऐसी ही बनी रहती है। इसी सूची में हावड़ा का जीटी रोड भी अछूता नहीं है। इसके आसपास कृष्ण भवन व टीएल जायसवाल हॉस्पिटल के सामने अर्थात नस्करपाड़ा की स्थिति सबसे ज्यादा दयनीय है। वहीं बात की जाये हावड़ा रोड की तो यहां चाढ़ा इलाके में हो रहे पाइप लाइन के काम के लिए सड़कों को खोद दिया गया है। इससे आने व जानेवालों को कभी भी दुर्घटना होने का भय लगा रहता है। यह खतरा बारिश के दौरान और बढ़ जाता है क्योंकि रोजाना रात में बारिश के बाद सड़कों पर जलजमाव हो जाता है। इसमें कहां गड्ढे हैं, लोगों को पता ही नहीं चल पाता है। वहीं चाढ़ा इलाके में तो कीचड़ भर जाता है। यह कहावत यहां एकदम सटीक बैठती है कि सावधानी हटी, दुर्घटना घटी। जीटी रोड व हावड़ा रोड पर अगर सावधानी नहीं बरती गई, तो लोग कभी फिसलकर गिर सकते हैं।

क्या कहना है आम लोगों का : जीटी रोड पर अपनी टायर की दुकान चलानेवाले एक दुकानदार ने कहा कि सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में पूरे साल यूं ही पानी भरा रहता है। स्थिति तब और भी ज्यादा बिगड़ जाती है, जब बारिश का माैसम आता है। यहां थोड़ी देर की बारिश में ही रास्तों पर घुटनों तक पानी लग जाता है। चाढ़ा में अपना छोटा सा होटल चलानेवाले दुकानदार ने कहा कि चाढ़ा में रोड की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। यहां की सड़क भी काफी खराब अवस्था में है। लोगों के मुताबिक ऐसी स्थिति में कई बार लोग फिसलकर गिर जाते हैं, जिससे उन्हें कभी कम तो कभी गंभीर चोटें भी आती हैं। यहां टोटो पलटने की घटना भी कई बार घट चुकी है। लोगों ने बताया कि कई बार सड़क की मरम्मत की गई, मगर कुछ दिनों बाद स्थिति फिर पहले जैसी हो जाती है। यह इसलिए क्योंकि यहां कभी कोई ठोस या पक्का काम नहीं किया जाता है। हर बार थोड़े बहुत गड्ढों की मरम्मत की जाती है, जो एक बार की बारिश से फिर पहले जैसी हो जाती है। पिछले लगभग 45 सालों से हावड़ा के नस्करपाड़ा इलाके में दुकान चलाने वाले बबलू साव ने कहा कि यहां की सड़कों की स्थिति सालों भर ऐसी ही बनी रहती है। कई बार बाइक का चक्का फिसल जाने से या टोटो पलट जाने से लोगों को गंभीर चोटें लग चुकी हैं। वहीं कई साल से दुकान चलाते बबलू प्रमानिक नाम के दुकानदार ने बताया कि कोई देखने भी नहीं आता है। नालों की ठीक से सफाई नहीं करवाई जाती है, जिससे जलजमाव की समस्या हमेशा बनी रहती है।

काफी समय से नहीं हुई है ड्रेनेज की सफाई

जानकारी के मुताबिक काफी समय से ड्रेनेज की साफ सफाई नहीं हुई है, जिससे यहां के नाले पूरी तरह से जाम हो गए हैं। ऐसे में बारिश होते ही यहां रास्तों पर पूरा पानी जम जाता है। लोगों ने बताया कि मानसून के समय लगातार बारिश होने के बाद यहां पानी कई बार घरों में प्रवेश कर जाता है। बता दें कि यहां श्री हनुमान विद्यालय भी है।

क्या कहा हावड़ा नगर निगम के चेयरमैन ने : इस बारे में निगम के चेयरमैन डॉ. सुजय चक्रवर्ती ने कहा कि जीटी रोड की मरम्मत का काम किया जायेगा। हालांकि दुर्गापूजा से पहले काम पूरा होगा। वहीं हावड़ा रोड में मुख्यमंत्री की परियोजना को पूरा करने के बाद ही रोड की स्थायी मरम्मत होगी।

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