

लखनऊ : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश भेजने के केंद्र सरकार के फैसले के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के जिलों में पड़ताल शुरू कर उन्हें वापस भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। प्रयागराज जिले से एक पाकिस्तानी महिला को शुक्रवार को वापस भेज दिया गया, जबकि शेष 3 महिलाएं शनिवार को लौट जाएंगी।
प्रयागराज के पुलिस आयुक्त तरुण गाबा ने बताया, पाकिस्तान की एक महिला शुक्रवार को यहां से जा चुकी है, जबकि तीन पाकिस्तानी महिलाओं से हमने बात कर ली है और वे आज यहां से निकल जाएंगी। उन्होंने बताया, ये सभी अल्पकालिक अवधि के लिए यहां आई थीं। एक महिला इलाज के संबंध में आई थी। हम स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) के संपर्क में हैं और स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखे हुए हैं।
गाबा ने कहा, ये पाकिस्तानी लोग पूरे प्रयागराज जनपद का आंकड़ा है और कुल चार पाकिस्तानी जिले में आए थे। वहीं वाराणसी में एक अधिकारी ने बताया कि कुल 10 पाकिस्तानी नागरिको के रहने की सूचना मिली है जिनमें से एक को शुक्रवार को शिवगंगा एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना किया गया है।
उन्होंने कहा कि वहां से अन्य साधन से उसे वापस भेजा जाएगा। वाराणसी के अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) सरवणन टी ने बताया, वाराणसी में कुल 10 पाकिस्तानी नागरिकों के होने की सूचना है। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के अनुपालन में अल्पकालिक अवधि पर वाराणसी आए एक पाकिस्तानी बुजुर्ग नागरिक को शुक्रवार को शिवगंगा एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली भेजा गया है। दिल्ली से उन्हें पाकिस्तान भेजा जाएगा।
सरवणन टी ने बताया कि वाराणसी में कोई भी अवैध नागरिक न रहने पाए इसके लिए शहर में पुलिस जांच कर रही है, किरायेदारों का सत्यापन करा कर उन्हें पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज कराया जा रहा।मुजफ्फरनगर जिले में, एक अधिकारी ने बताया कि 30 पाकिस्तानी नागरिक मिले हैं, जो अल्पावधि और दीर्घावधि वीजा पर हैं।