
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग) दिवस पर सभी उद्यमियों को बधाई देते हुए कहा कि एमएसएमई इकाइयां ‘आत्मनिर्भर’ भारत का आधार हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने न सिर्फ उद्यमियों की उपेक्षा की, बल्कि जातीय संघर्षों को बढ़ावा देने का कार्य भी किया।
मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस पर यहां लोकभवन में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले आठ वर्ष में डबल इंजन की सरकार ने हर एक क्षेत्र में लीक से अलग हटकर कुछ नया करने का प्रयास किया है और प्रदेश के प्रति लोगों की धारणा में आया बदलाव इसी का परिणाम है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, एमएसएमई इकाइयां ‘आत्मनिर्भर भारत’ का आधार हैं। अपने अथक परिश्रम से प्रदेश को आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर कर रहे सभी उद्यमियों को एमएसएमई दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !मुख्यमंत्री ने विपक्ष की सरकारों पर आरोप लगाया कि उनकी 'जातीय संघर्ष करवाकर परिवारवाद के नाम पर ‘एक जनपद-एक माफिया’ देने की उपलब्धि रही है, जिसके कारण उत्तर प्रदेश के नौजवानों और नागरिकों के सामने पहचान का संकट खड़ा हुआ था।
उन्होंने केंद्र और राज्य की भाजपा नीत सरकारों की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि आज डबल इंजन की सरकार ने आपको ‘एक जिला-एक उत्पाद’ देकर राज्य को उसकी विरासत से जोड़ा है, जो इसे एक नई पहचान दे रहा है।इसके जरिये उत्तर प्रदेश के उत्पाद को एक नई मान्यता मिलकर वैश्विक निर्यात के नए रास्ते खुल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, 2017 के पहले राज्य से कुल निर्यात 80 से 85 हजार करोड़ के बीच था और आज दो लाख करोड़ रुपये से अधिक का निर्यात हो रहा है।
इस मौके पर योगी ने ‘सीएम युवा योजना’ के मोबाइल ऐप की शुरुआत की। इसके अलावा उन्होंने बरेली एवं मुरादाबाद में ओडीओपी (एक जिला-एक उत्पाद) परियोजना तथा लखनऊ के किसान बाजार में नवोन्मेष व उद्यमिता के प्रोत्साहन के लिए ‘यूथ अड्डा’ का लोकार्पण भी किया।
उन्होंने अवस्थापना सुविधाओं एवं औद्योगिक आस्थान ख्यामई (अलीगढ़) के आवंटियों को आवंटन पत्र दिया तथा एमएसएमई इकाइयों, सीएम युवा तथा विभिन्न रोजगारपरक योजनाओं के लाभार्थियों को चेक और ओडीओपी के लाभार्थियों को टूल किट वितरित कीं।