लखनऊ: जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार की अध्यक्षता में छठ पूजा की तैयारियों पर शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से छठ पूजा के लिए घाट पर आने वाले लोगों के साथ बच्चों को पहचान पत्र रखना अनिवार्य होगा। इसमें नाम, पिता का नाम, मोबाइल नंबर और पता अंकित होना चाहिए। इसके लिए घाटों पर पहले से पहचान पत्र बनाकर रखे जाएंगे, ताकि आने वाले लोग इन सूचनाओं को भरकर बच्चों के गले में डाल सकें। इससे खोये हुए बच्चों को उनके परिजनों से मिलाने में मदद मिलेगी। महिलाओं को भी अपने बैग या झोले में नाम और मोबाइल नंबर की पर्ची या कार्ड रखने का सुझाव दिया गया, ताकि सामान खो जाने पर उसे वापस लाया जा सके। बैठक में अपर जिलाधिकारी नगर पूर्वी, समस्त अपर नगर मजिस्ट्रेट, एसीपी मध्य, एडीसीपी ट्रैफिक, एडीसीपी बाजार खाला, नगर निगम, विद्युत, पुलिस, स्वास्थ्य, और भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
घाटों पर सुरक्षा और स्वच्छता के विशेष इंतजाम
जिलाधिकारी ने कहा कि छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए घाटों पर गोताखोरों और नाव की व्यवस्था रहेगी, जिससे आकस्मिक स्थिति में तत्काल मदद पहुंचाई जा सके। गोताखोरों की जल पुलिस के साथ ट्रेनिंग कराई जाएगी और नदी की गहराई की जानकारी के लिए डिस्प्ले लगाने के निर्देश दिए गए। छठ पूजा के लिए घाटों को जीरो वेस्ट बनाया जाएगा। गीले कूड़े के लिए कम्पोस्ट पिट, सूखे कूड़े के लिए एमआरएफ और पूजा सामग्री के लिए अर्पण कलश की व्यवस्था की जाएगी। नगर निगम घाटों पर जल छिड़काव कराएगा, ताकि महिलाएं जब डूबते सूर्य को अर्घ्य दें, तब धूल न उड़े। भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ रॉय ने बताया कि 7 नवंबर को झूलेलाल पार्क सहित 15 घाटों पर छठ पूजा का आयोजन किया जाएगा। इनमें लक्ष्मण मेला मैदान, खाटू श्याम मंदिर, हनुमान सेतु, कुडिया घाट, पिकनिक स्पॉट, शहीद पथ घाट, पक्का पुल, रस्तोगी घाट, सैनिक सोसायटी ग्राउंड, शिव मंदिर, सी-ब्लॉक, भोलाखेड़ा पुलिस चौकी और मवैया निकट रेलवे क्रासिंग जैसे स्थल शामिल हैं।