मोहन भागवत बोले, आंबेडकर ने हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया

डॉ. भीमराव आंबेडकर की 135वीं जयंती आज
आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत एवं एवं
आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत एवं एवं-
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कानपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए डॉ. भीम राव आंबेडकर के आजीवन प्रयासों की सोमवार को प्रशंसा करते हुए कहा कि बचपन से ही कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद वह सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय विकास के लिए प्रतिबद्ध रहे।

यहां करावलो नगर में नवनिर्मित चार मंजिला संघ के क्षेत्रीय कार्यालय ‘केशव भवन’ के उद्घाटन के अवसर अपने संबोधन में भागवत ने कहा, बाबासाहब को अपने जीवन में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। बचपन से ही उन्हें भेदभाव और असमानता का सामना करना पड़ा। फिर भी, उन्होंने अपने पूरे जीवन में हिंदू समाज को एकजुट करने का प्रयास किया। सामाजिक एकता और प्रगति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सभी के लिए प्रेरणा है।

भागवत ने आंबेडकर और संघ संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के बीच समानताएं भी बताईं तथा कहा कि दोनों व्यक्तियों ने अपना जीवन समाज के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया एवं राष्ट्रीय विकास के लिए एक ही दृष्टिकोण रखा।सरसंघचालक ने कहा, बाबा साहब आंबेडकर और हेडगेवार दोनों ने जीवन भर हिंदू समाज के लिए काम किया। उन्होंने एक मजबूत और विकसित भारत का सपना देखा। उन्होंने इसे सौभाग्य बताया कि संघ के नए केशव भवन का उद्घाटन आंबेडकर जयंती के दिन हुआ।

भागवत ने कहा, यह हमारा सौभाग्य है कि आज बाबा साहब की जयंती पर हम केशव भवन का उद्घाटन कर रहे हैं। जब डॉ आंबेडकर एक बार महाराष्ट्र के कराड में संघ की शाखा में शामिल हुए थे, तो उन्होंने कहा था- कुछ मामलों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मुझे यहां अपनापन महसूस होता है। हिंदू के रूप में पहचान रखने वालों की जिम्मेदारियों को रेखांकित करते हुए संघ प्रमुख ने कहा, जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे देश और समाज के लिए जवाबदेह हैं। एक दिन उनसे पूछा जाएगा कि उन्होंने भारत के लिए क्या किया। हिंदू समाज को इस जिम्मेदारी के लिए तैयार रहना चाहिए। संघ अपने काम के जरिए राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है।

भारत के ऐतिहासिक संघर्षों की चर्चा करते हुए भागवत ने कहा, हम अपने आंतरिक मतभेदों में उलझे रहे और विदेशी आक्रमणकारियों ने इसका फायदा उठाया। उन्होंने हमें लूटा और यहां तक कि हमें पराजित भी किया। संघ का मिशन समाज की सेवा करना और एकता कायम करना है। समारोह के दौरान भागवत ने केशव भवन का उद्घाटन करने के लिए एक पारंपरिक अनुष्ठान किया।

उत्तर प्रदेश में आरएसएस का यह सबसे बड़ा कार्यालय है। इस भवन में एक बेसमेंट, एक भूतल और तीन ऊपरी मंजिलें शामिल हैं। उल्लेखनीय रूप से, भवन में एक हॉल का नाम डॉ आंबेडकर के नाम पर रखा गया है, जो उनके योगदान को मान्यता देता है। भागवत के कानपुर के पांच दिवसीय दौरे के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। परिसर के चारों ओर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था।

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