
अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ नगर निगम के ताला संग्रहालय की स्थापना के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है, जिसका उद्देश्य 150 साल से अधिक पुराने ताला उद्योग की जड़ों को प्रदर्शित करना है। अलीगढ़ के नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीना ने शनिवार को बताया, ताला और तालीम के नाम से पहचाने जाने वाले अलीगढ़ की आने वाले दिनों में ‘लॉक म्यूजियम’ के नाम से नयी पहचान बनने जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना के अंतर्गत लगभग 27 करोड़ की लागत से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में सबसे बड़ा ताला संग्रहालय (लॉक म्यूजियम) बनने जा रहा है।
उन्होंने बताया कि ताला संग्रहालय की कार्य योजना की स्वीकृति नगर विकास मंत्रालय द्वारा दे दी गई है। अब संग्रहालय बनाने के लिए डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी जाएगी और शासन से वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद ताला संग्रहालय बनाने की कवायद जोर पकड़ेगी।
मीना ने कहा कि अलीगढ़ का पुराना ताला उद्योग भविष्य में यहां उद्योग और रोजगार को सुनहरा अवसर देने जा रहा है। उन्होंने कहा कि ताला संग्रहालय शहर के विकास के लिए एक मिसाल बनेगा, इसकी डीपीआर एक अनुभवी विशेषज्ञ द्वारा तैयार की जाएगी, बेहतरीन से बेहतरीन डिजाइन को अंतिम रूप देकर शासन को भेजा जाएगा और शासन से मंजूरी मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले 6-7 महीनों में ताला संग्रहालय का निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है।
मीना ने कहा कि हस्तनिर्मित तालों से शुरू होने वाले ताला निर्माण उद्योग के पूरे इतिहास का पता लगाने के अलावा, संग्रहालय परियोजना में एक विशेष खंड की परिकल्पना की गई है, जो ताला उद्योग के आधुनिकीकरण एवं अत्याधुनिक तकनीक के साथ इसे अद्यतन करने के उद्देश्य से पहल के लिए एक मंच प्रदान करेगा। संग्रहालय दुनिया भर के तकनीकी विशेषज्ञों को 'भारत के ताला शहर' में आमंत्रित करेगा।