

वाराणसी : हनुमान जयंती के अवसर पर वाराणसी के मंदिरों में रंग-बिरंगी सजावट की गई, सुबह से ही आरती, भक्ति गीत और रामचरितमानस का पाठ किया गया। कई स्थानीय समितियों ने शोभायात्राएं निकालीं, जबकि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शहर में गश्त की। समारोह के प्रमुख केंद्र, प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर में विशेष व्यवस्था की गई थी। संकट मोचन मंदिर के महंत प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्रा ने बताया, हनुमान जयंती के अवसर पर मंदिर परिसर में भगवान हनुमान का विशेष श्रृंगार, झांकी, पूजा और आरती की गयी।
शुरुआत शहनाई वादन, ब्राह्मण पुजारियों द्वारा रुद्राभिषेक, रामचरितमानस के पाठ, सीता-राम कीर्तन और वाल्मीकि रामायण के सुंदरकांड से हुई। रामकृष्ण मिशन की संकीर्तन मंडली प्रस्तुति दी गयी। मिश्रा ने कहा कि 13 से 15 अप्रैल तक काशी और देश भर के कई प्रसिद्ध रामायण कथावाचक प्रत्येक शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक प्रवचन देंगे। इसके बाद 16 से 21 अप्रैल तक मंदिर परिसर में छह रातों तक चलने वाले संकट मोचन संगीत समारोह का 102वां संस्करण आयोजित किया जाएगा।
इस बीच, पुलिस उपायुक्त गौरव बंसवाल ने कहा कि शहर में विभिन्न समितियां इस अवसर पर शोभायात्राएं निकाल रही हैं। हमने इन समितियों के साथ समन्वय किया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कानून- व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए शोभायात्राओं के साथ-साथ गश्त कर रहे हैं। भीड़भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। गलत सूचना या भड़काऊ बयानों को फैलने से रोकने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी नजर रखी जा रही है।