अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को 'भारत रत्न' देने की मांग

'राष्ट्रीय किसान मंच' ने की मांग
अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को सम्मानित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ
अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को सम्मानित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ
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लखनऊ : अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर कदम रखने वाले अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को देश के सर्वोच्च असैन्य सम्मान 'भारत रत्न' दिये जाने की मांग उठी है। 'राष्ट्रीय किसान मंच' ने सोमवार को ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को 'भारत रत्न' से सम्मानित करने की मांग की।

मंच के अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में यह मांग करते हुए कहा, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बने। आज उनके लखनऊ आगमन पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 25 जून से 15 जुलाई तक आईएसएस के लिए ‘एक्सिओम-4’ वाणिज्यिक मिशन का हिस्सा थे।उन्होंने पूरे देश को गौरवान्वित किया है और 'भारत' के लिए एक 'रत्न' साबित हुए हैं।

उन्होंने कहा, इसलिए मेरा मानना है कि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने से बच्चों का विज्ञान और अंतरिक्ष की ओर आकर्षण बढ़ेगा जो आगे चलकर हमारे भारत को पूरी दुनिया में एक सच्ची और दुर्जेय अंतरिक्ष शक्ति बनाएगा। यह अमेरिका और रूस जैसे विकसित देशों और अंतरिक्ष शक्तियों को भी पीछे छोड़ देगा।

दीक्षित ने कहा, अतः, केंद्र सरकार से मेरा विनम्र अनुरोध है कि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए।

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अक्सर यह कहते हैं कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत ने जो छलांग उनके शासन में लगायी है वह पहले कभी नहीं लगी। ऐसे में जिन लोगों के दम पर यह दावा किया जा रहा है उनके समर्पण का ऐसा प्रतिफल दिया जाए कि आने वाली पीढ़ियां उनके नक्शेकदम पर चलने के लिये प्रोत्साहित हों।

ग्रुप कैप्टन शुक्ला 25 जून को फ्लोरिडा से प्रक्षेपित किए गए एक्सिओम-4 मिशन का हिस्सा थे। वह आईएसएस जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री और राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बने।

अपने 18-दिवसीय मिशन के दौरान उन्होंने 60 से अधिक प्रयोग किए और 20 आउटरीच सत्रों में भाग लिया।

शुक्ला अपने ऐतिहासिक एक्सिओम-4 अंतरिक्ष मिशन के बाद पहली बार आज सुबह अपने गृह नगर लखनऊ पहुंचे। वह 17 अगस्त को अमेरिका से भारत आए थे। इसके बाद 18 अगस्त को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बैठक सहित कई अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद वह सोमवार को लखनऊ पहुंचे।

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