

वाराणसी : ज्ञानवापी मस्जिद के पश्चिमी द्वार पर स्थित श्री श्रृंगार गौरी मंदिर में बुधवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद से प्रशासन ने मंदिर में नियमित पूजा-अर्चना पर रोक लगा दी थी। फिलहाल श्रद्धालुओं को साल में केवल एक बार चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन ही पूजा करने की अनुमति है।
5 महिलाओं के एक समूह ने 2021 में मंदिर में नियमित पूजा की अनुमति के लिए याचिका दायर की थी। मामला अब भी अदालत में विचाराधीन है। महिलाओं के समूह के साथ पूजा-अर्चना करने आईं गुलशन कपूर ने कहा कि 2005 से श्रद्धालुओं को साल में एक बार चैत्र नवरात्रि के दौरान मंदिर में सामूहिक पूजा करने का अधिकार दिया गया है।
कपूर ने कहा कि बुधवार को श्रद्धालुओं को मां श्रृंगार गौरी की पूजा-अर्चना करने का दुर्लभ अवसर मिला। महिला श्रद्धालुओं ने अनुष्ठान के तहत वैवाहिक सुख की प्रतीक पारंपरिक वस्तुएं और नारियल चढ़ाए।
कपूर ने कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद मंदिर में नियमित पूजा-अर्चना पर प्रशासनिक प्रतिबंध लगा दिए गए थे। पांच महिलाओं ने मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजा के लिए 2021 में वाद दाखिल किया गया था, जिस पर अब भी सुनवाई जारी है।