

लखनऊ : जनता दल-यूनाइटेड (JDU)) के नेता एवं पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने कोडीन कफ सिरप की अवैध बिक्री मामले को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के ‘कोडीन भैया’ वाले तंज को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को ऐसे मुद्दों को गंभीरता से और समुचित जांच-परख के बाद उठाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में प्रतिबंधित कोडीन आधारित कफ सिरप की तस्करी और बिक्री पर कार्रवाई और ऐसे सिरप के अवैध उत्पादन व वितरण में शामिल एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच से राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है।
विपक्षी दल इस मामले में आरोपियों को सत्ताधारी BJP और उसके सहयोगी दलों के पदाधिकारियों से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
कोडीन कफ सिरप मामले के एक आरोपी की धनंजय सिंह के साथ कुछ तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए थे। सपा प्रमुख एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल में सिंह का नाम लिए बिना उन्हें जौनपुर के ‘कोडीन भैया’ कहा था।
धनंजय सिंह ने कहा, अखिलेश यादव मुख्यमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं और भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) व भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में होंगे। जब ऐसा व्यक्ति कोई मुद्दा उठाता है तो उसे पहले पूरी पड़ताल करनी चाहिए। ‘कोडीन भैया’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करके गंभीर मुद्दे को व्यंग्य या मजाक में बदलना उचित नहीं है।
सिंह ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग द्वारा इस शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन मामले को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
उन्होंने कहा, कोडीन आधारित कफ सिरप से जुड़ा प्रकरण एक गंभीर मामला है। यह धनशोधन या जरूरत से ज्यादा भंडारण से संबंधित है। यह एक अंतरराज्यीय मामला है, और हमने सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और प्रवर्तन निदेशालय जैसी केंद्रीय एजेंसियों से जांच की मांग की है। ईडी की जांच कथित तौर पर पहले ही शुरू हो चुकी है और सच्चाई सामने आएगी।
पूर्व सांसद ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश में सिरप मामले का मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप के कारण हुई बच्चों की मौत से कोई संबंध नहीं है।
कोडीन कफ सिरप मामले में खुद से कथित तौर पर जुड़े कुछ व्यक्तियों की गिरफ्तारी पर धनंजय सिंह ने कहा कि सामाजिक और राजनीतिक जीवन लोगों को कई व्यक्तियों के संपर्क में लाता है, लेकिन हर व्यक्ति के कामों की जिम्मेदारी लेना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा, अक्सर माता-पिता को भी पता नहीं होता कि उनके बच्चे क्या कर रहे हैं। गिरफ्तार किए गए कुछ लोग मुझे बचपन से जानते हैं और उनके साथ पारिवारिक संबंध हैं, लेकिन मैं उनके कामों के लिए जिम्मेदार नहीं हो सकता।
अखिलेश यादव द्वारा किए गए व्यक्तिगत हमलों पर जवाब देते हुए सिंह ने कहा कि एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर यादव को जिम्मेदारी से मुद्दे उठाने चाहिए। अगर कुछ गलत हुआ है, तो कार्रवाई होनी चाहिए। मैं दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का पूरा समर्थन करता हूं।
कोडीन सिरप मामले पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए सिंह ने दोहराया कि वह किसी भी नशीले पदार्थ के व्यापार में शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा, जो लोग मुझे जानते हैं, वे यह अच्छी तरह समझते हैं। गिरफ्तार किए गए कुछ लोग मुझे बचपन से जानते होंगे, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मुझे उनकी गतिविधियों की जानकारी थी।