उत्तर प्रदेश के इस जिले में फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करने वाले 86 लोगों पर मामला दर्ज

42 आरोपी शिक्षकों का वेतन भी रोक दिया गया
सांकेतिक चित्र
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बलिया : उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में समाज कल्याण विभाग से अनुदान प्राप्त विद्यालयों में 42 शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति के मामले में कुल 86 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि मऊ के 3 तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारियों, तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, 4 खंड शिक्षा अधिकारियों, समाज कल्याण विभाग के 3 सुपरवाइजर/ पटल सहायकों, सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों के 42 शिक्षकों और 19 प्रबंधकों के साथ ही 14 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही 42 आरोपी शिक्षकों का वेतन भुगतान रोक दिया गया है।

पुलिस ने बताया कि मऊ जिले की मऊ कोतवाली में जिला समाज कल्याण अधिकारी रश्मि मिश्रा की तहरीर पर तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारियों बलदेव त्रिपाठी, जितेंद्र सिंह एवं विमला राय सहित 72 लोगों के विरुद्ध नामजद और 14 अन्य अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मंगलवार को नामजद मुकदमा दर्ज किया गया।

कोतवाली प्रभारी अनिल सिंह ने शुक्रवार को बताया कि पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है। वहीं रश्मि मिश्रा ने बताया कि मऊ जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा अनुदान प्राप्त और निजी प्रबंध तंत्र द्वारा संचालित विद्यालयों में 2014 के बाद कुल 70 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है और जांच में 42 शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़े का पता चला। अन्य नियुक्तियों की जांच अभी जारी है।

मिश्रा के मुताबिक, 42 शिक्षकों का वेतन भुगतान रोक दिया गया है। फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

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