18 दिन बाद धरती पर लौट रहे अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला

शुक्ला के परिवार को बेसब्री से इंतजार
आईएसएस पर शुभांशु शुक्ला व अन्य अंतरिक्ष यात्री
आईएसएस पर शुभांशु शुक्ला व अन्य अंतरिक्ष यात्री-
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लखनऊ : अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर अपना 18 दिन का प्रवास पूरा करने के बाद पृथ्वी पर अपनी वापसी की यात्रा शुरू करने के लिए तैयार हैं। वहीं, लखनऊ में उनका परिवार उनकी सुरक्षित वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है और परिवार ने इसे बेहद गर्व और भावनात्मक उत्साह का क्षण बताया है।

परिवार ने कहा कि उनके लिए यह बेहद खुशी की बात है। शुभांशु ने उन्हें ‘एक बच्चे की तरह’ अंतरिक्ष के नजारे दिखाए। शुभांशु के आने की सूचना से परिवार बेहद उत्साहित है और उनकी सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना कर रहा है, क्योंकि एक्सिओम-4 मिशन सोमवार को आईएसएस से ‘अनडॉक’ (अलग) हो रहा है और मंगलवार को इसके कैलिफोर्निया तट पर उतरने की उम्मीद है।

शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने अपने बेटे के अंतरिक्ष मिशन में सहयोग के लिए जनता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, हम अपने बेटे को आशीर्वाद देने के लिए जनता और माननीय प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हैं। उनका मिशन समाप्त हो रहा है और हम सभी उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं। हालांकि हम उनसे तुरंत नहीं मिल पाएंगे क्योंकि वह पहले अमेरिका जाएंगे, फिर भी हम उनसे जल्द मिलने के लिए उत्सुक हैं।

शुभांशु के आईएसएस पर रहने के दौरान हुई बातचीत को याद करते हुए, शंभू दयाल ने अपने बेटे पर गर्व जताया। उन्होंने कहा, शुभांशु ने हमें दिखाया कि वह अंतरिक्ष में कहां रहता है, काम कैसे करता है और कहां सोता है। वहां पैदल चलना नहीं पड़ता हैं। वे बेल्ट से बंधे हुए, खड़े-खड़े सोते हैं। उसने हमें अद्भुत दृश्य भी दिखाए - अंतरिक्ष से सूर्योदय, पृथ्वी की सतह, पहाड़ और चंद्रमा की गति। अपने बच्चे को अंतरिक्ष में खुश देखना हमारे लिए सबसे खुशी का पल था।

उन्होंने कहा कि शुभांशु की यात्रा निश्चित रूप से युवाओं को प्रेरित करेगी। शुभांशु ने स्कूली छात्रों से कहा था, अगर आप बिना किसी संदेह के अपना शत-प्रतिशत देंगे, तो आप अपना लक्ष्य जरूर हासिल करेंगे। अगर आप एक बार असफल भी हो जाएं, तो दोबारा कोशिश करें, आप जरूर सफल होंगे।

शुभांशु की मां आशा देवी ने कहा कि पूरा परिवार खुशी और उत्सुकता से अभिभूत है। उन्होंने कहा, हम उनसे मिलने के लिए बेताब हैं। वह अक्सर अंतरिक्ष से हमें अपडेट करते रहते थे और हमें नजारे दिखाते थे। आज सावन का पहला सोमवार है और परिवार ने मंदिर में भगवान शिव से उनकी सकुशल वापसी की प्रार्थना की।

शुभांशु की बहन सुचि शुक्ला ने कहा कि घर पर भावनाएं उतनी ही तीव्र हैं जितनी उनके अंतरिक्ष में जाने के दिन थीं। उन्होंने कहा, हम उत्साहित भी हैं और घबराए हुए भी हैं क्योंकि जब तक अंतरिक्ष यान धरती पर नहीं आता, तब तक थोड़ी बेचैनी तो रहती ही है। उन्हें एक उत्साहित बच्चे की तरह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से हमें अंतरिक्ष भ्रमण कराते देखना बेहद रोमांचक था।

शुक्ला एक्सिओम-4 वाणिज्यिक अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा हैं और 1984 में राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। वह और उनकी टीम के तीन अन्य सदस्य सोमवार दोपहर (भारतीय मानक समय) को ड्रैगन अंतरिक्ष यान से अपनी वापसी यात्रा पर निकलने वाले हैं और मंगलवार (भारतीय मानक समय) दोपहर लगभग 3 बजे उनके कैलिफोर्निया (अमेरिका) के तट पर उतरने की उम्मीद है।

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