अंतिम संस्कार सोमवार को दोपहर 2 बजे हाजीपुर स्थित कौनहारा घाट पर होगा
महावीर आरोग्य संस्थान, महावीर कैंसर संस्थान, महावीर वात्सल्य अस्पताल, महावीर नेत्रालय, महावीर वरिष्ठ नागरिक अस्पताल समेत नौ चैरिटेबल अस्पतालों की स्थापना की थी
पटना : पटना के महावीर मंदिर के पुनर्निर्माण से लेकर महावीर आरोग्य संस्थान, महावीर कैंसर संस्थान, महावीर वात्सल्य अस्पताल, महावीर नेत्रालय, महावीर वरिष्ठ नागरिक अस्पताल समेत नौ चैरिटेबल अस्पतालों की स्थापना करने वाले बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड (बीएसबीआरटी) के पूर्व प्रमुख और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल नहीं रहें। रविवार की सुबह पटना में हृदयाघात से निधन हो गया। उन्होंने बिहार के पूर्वी चंपारण में विराट रामायण मंदिर के निर्माण का बीड़ा भी उठाया और 20 जून, 2023 को इस मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ। किशोर कुणाल के परिवार के सदस्यों ने बताया कि उन्हें सुबह हृदयाघात हुआ, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उनका निधन हो गया। मुख्यमंत्री नीतीश तथा उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के अलावा सत्ता तथा विपक्ष के तमाम नेताओं ने कुणाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
महावीर मंदिर का जीर्णोद्धार : कुणाल पटना स्टेशन के पास विशाल महावीर मंदिर के सचिव भी थे। उनके सचिवत्व में महावीर मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य 30 अक्टूबर 1983 को शुरू हुआ और इसका उद्घाटन 4 मार्च 1985 को हुआ। राज्यपाल आरएस गवई ने सोमवार को कहा कि महावीर मंदिर एक आदर्श धार्मिक ट्रस्ट है और देश के अन्य ट्रस्टों को भी इसका अनुकरण
करना चाहिए।
अयोध्या में राम रसोई और सीतामढ़ी में सीता रसोई की कराई शुरुआत : कुणाल के प्रयास से गत 12 दिसंबर को बच्चों के इलाज के लिए देश के पहले कैंसर अस्पताल महावीर बाल कैंसर अस्पताल का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। आचार्य किशोर कुणाल के प्रयास से अयोध्या के अमावा राम मंदिर परिसर में पटना के महावीर मंदिर की ओर से राम रसोई और सीतामढ़ी स्थित जानकी जन्म स्थान पुनौराधाम में सीता रसोई चलायी जा रही है।
2001 में ली थी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति : 1972 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी कुणाल ने मई 2001 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। वह अगस्त 2001 से फरवरी 2004 तक बिहार के दरभंगा स्थित केएसडी संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति रहे। बाद में उन्होंने स्वेच्छा से पद त्याग दिया।
2010 में बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष बने : कुणाल 23 मई, 2006 को बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के प्रशासक बने और 2010 में इसके अध्यक्ष बने। उन्होंने 10 मार्च, 2016 को इस पद से इस्तीफा दे दिया। कुणाल ने 13 जून 1993 को पटना हनुमान मंदिर में एक दलित पुजारी नियुक्त किया था। उन्होंने बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के प्रशासक के रूप में बिहटा, पालीगंज, बोधगया, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और अन्य स्थानों पर कई प्रमुख मंदिरों में दलित पुजारियों की नियुक्ति की। कुणाल का अंतिम संस्कार सोमवार को दोपहर 2 बजे हाजीपुर स्थित कौनहारा घाट पर किया जाएगा।