

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राजा राममोहन राय की जयंती के अवसर पर विधानसभा में उनके चित्र पर स्पीकर विमान बनर्जी ने फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान स्पीकर ने पत्रकारों से भी बातचीत में कहा कि नौकरी गंवाने वाले शिक्षकों का आंदोलन शिक्षकों जैसा और संयमित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह से हिंसा की घटना वांछनीय नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि जिस तरह से शिक्षक आंदोलन के नाम पर विकास भवन के गेट को तोड़कर भीतर घुस गये क्या इसे स्वीकारा जा सकता है? पुलिस की भूमिका के बारे में कहा है तो उसी तरह क्या शिक्षकों का व्यवहार सही है? वे शिक्षा से जुड़े वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि कानून में प्रावधान है, इसे किसने भड़काया? शिक्षकों ने ताला तोड़ दिया और उत्पात मचाया। पुलिस थोड़ा संवेदनशील होती तो अच्छा होता मगर पुलिस ने इसे रोकने के लिए यह कदम उठाया क्योंकि उसके पास करने को कुछ नहीं था। हालांकि न्यायालय से नियुक्ति संबंधी मामले का शीघ्र समाधान करने की मांग की।