

कोलकाता : राज्य के सिंचाई मंत्री डॉ. मानस रंजन भुइयां ने कहा कि सिंचाई विभाग में कंट्रोल रूम खोला गया है जिससे सीधे पंचायत स्तर तक नजर रखी जायेगी। विभाग की तरफ से अहम बैठक बुलायी गयी थी जिसमें डीवीआरआरसीसी, सेंट्रल वाटर कमीशन, आईएमडी और फरक्का बैराज अथॉरिटी और हर जिला के अधिकारीगण उपस्थित थे। मुख्य मुद्दा यह था कि राज्यों से आने वाली नदियों के पानी से बंगाल पर कितना असर पड़ता है। कैसे इससे मुकाबला किया जाये। मंत्री ने कहा कि यह तय हुआ है कि एक इंफॉर्मेशन सेंटर बनाया जायेगा। पूरे बंगाल को कितनी कठिन परिस्थिति में मुकाबला करना पड़ता है। वहीं दूसरी ओर डीवीसी से पानी छोड़ा जाता है। मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार का केंद्र पर 1 लाख 75 हजार करोड़ बकाया है। दिल्ली सरकार से कोई मदद नहीं मिलने के बाद भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जनहित योजनाएं चला रही हैं। सीएम की मदद से सिंचाई विभाग काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि फरक्का बैराज परियोजना प्राधिकरण और सीडब्ल्यूसी दैनिक आधार पर फरक्का बैराज जल स्तर और निर्वहन डेटा प्रदान करेंगे, जिससे मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों में बाढ़ के प्रबंधन में मदद मिलेगी। सीडब्ल्यूसी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड और भूटान में अपने 84 स्टेशनों से वर्षा के आंकड़े भी उपलब्ध कराएगा।