

कोलकाता : राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने गत दो दिनों में विधानसभा में पारित पांच विधेयकों का अनुमोदन कर दिया है। स्पीकर विमान बनर्जी ने कहा कि हमलोग चाहते हैं कि माननीय राज्यपाल जनहित के सभी विधेयकों को ही मंजूरी दें। चाहे वह मॉब लिंचिंग विधेयक हो या फिर अपराजिता। स्पीकर ने कहा कि विधेयक को राज्यपाल अपनी मंजूरी दें या फिर वापस कर दें। मेरा मानना है कि देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश से राजभवन में विधेयकों के अटकने का समय कम हो जाएगा। राज्यपाल पहले ही कई विधेयकों को मंजूरी दे चुके हैं। कई अन्य महत्वपूर्ण विधेयक राजभवन में उनकी मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। हमने अपना कर्तव्य निभाया और बिल राजभवन को भेज दिया। उन्होंने कहा, यह समाज के लिए अच्छा होगा यदि राज्यपाल अपना कर्तव्य निभाते हुए इस बार जनहित विधेयक को मंजूरी दें। राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चाहती हैं कि अपराजिता कानून शीघ्र लागू किया जाए लेकिन राज्यपाल ने अभी तक उस विधेयक पर अपनी स्वीकृति नहीं दी है। यदि वह कानून लागू हो जाए तो अपराधी ऐसे अपराध करने से डरेंगे। इसलिए, हमारी मांग है कि राज्यपाल शीघ्र ही विधेयक को मंजूरी दें, जिस प्रकार उन्होंने पांच विधेयकों को मंजूरी दी है।