

सन्मार्ग संवाददाता
खड़गपुर: व्यक्ति शादी के लिए मिली बड़ी रकम से भी संतुष्ट नहीं था उसने अपनी पत्नी पर अधिक धन के लिए दबाव डाला गया। उससे कार खरीदने के लिए 3 लाख रुपए की मांग की गई और पैसे न मिलने पर अपनी पत्नी को जलाकर मार डाला। घटना पश्चिम मिदनापुर जिले के सबंग थाना इलाके में घटी और मामला पुलिसिया कार्रवाई के बाद पश्चिम मिदनापुर जिला अदालत पहुंचा जहां अभियुक्त को दोषी करार देते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अदालती सूत्रों के अनुसार पश्चिम मिदनापुर जिले के सबंग के तेमाथानी निवासी सोमश्री ने 2013 में आनंद माइती नामक युवक से विवाह किया था। सोमश्री पाल के पिता मोंटू पाल एक ट्यूटर हैं और आनंद माइती पेशे से ड्राइवर है। सूत्रों के अनुसार आनंद ने शादी में लाखों रुपए का दहेज लिया था। इसके बाद आनंद ने कार खरीदने के नाम पर अपनी पत्नी और ससुर से 3 लाख रुपए मांगे। रुपए न मिलने पर दिसंबर 2015 में आनंद ने अपनी पत्नी पर केरोसिन डालकर आग लगा दी। उसे गंभीर रूप से घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। हालांकि सोमश्री के पति ने हत्या को आत्महत्या बताने की भी कोशिश की। सोमश्री के माता-पिता की शिकायत के आधार पर आनंद माइती को गिरफ्तार किया गया और पुलिसिया कार्रवाई के बाद मामला पश्चिम मिदनापुर जिला अदालत को सुपुर्द कर दिया गया। आखिरकार अदालत ने गुरुवार को अभियुक्त को दोषी करार देते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अदालत ने कहा कि इस घटना में 14 लोगों की गवाही हुई। मिदनापुर जिला न्यायालय के सरकारी वकील ने बताया कि जिला न्यायालय के न्यायाधीश ने आनंद माइती को दोषी ठहराते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और 50,000 रुपए का जुर्माना लगाया गया। न्यायाधीश ने मृतक सोमश्री पाल के माता-पिता को एक लाख रुपये का मुआवजा देने का भी आदेश दिया। हत्या मामले में फैसला आने के बाद सोमश्री पाल के पिता मंटू पाल और मां तुलसी पाल ने कहा कि उन्हें न्याय व्यवस्था पर भरोसा था हालांकि फैसला इतने दिनों बाद आया, लेकिन उन्हें शांति मिली है।