

नई दिल्ली - 17 फरवरी सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की गई। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी भी उपस्थित थे। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल थे।
इस बैठक के बाद केरल कैडर के पूर्व IAS अफसर ज्ञानेश कुमार का चयन मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में किया गया। पीएम मोदी की अध्यक्षता वाले पैनल ने ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति को हरी झंडी दिखाई। असल में वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार आज यानी 18 फरवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनके बाद सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार हैं। इसी कारण से काफी पहले से ही उन्हें मुख्य चुनाव आयुक्त बनाए जाने की संभावना थी।
कौन है ज्ञानेश कुमार ?
ज्ञानेश कुमार 1998 बैच के IAS अधिकारी हैं। इस पद से वह 31 जनवरी 2024 को रिटायर हुए थे। इससे पहले उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव के रूप में काम किया था। इसके अलावा वह केंद्र सहकारिता मंत्रालय में भी सचिव रहे हैं। आपको बता दें कि गृह मंत्रालय में रहते हुए ज्ञानेश कुमार ने राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के बनने में अहम भूमिका निभाई थी। जब आर्टिकल 370 हटाया गया था तब वे गृह मंत्रालय की तरफ से जम्मू कश्मीर डेस्क के इंचार्ज थे।
विपक्ष ने जताई आपत्ति
विपक्ष नेता राहुल गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन में जल्दबाजी करने का आरोप लगाया। इसके पहले कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके नए मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन को टालने की अपील की थी। उस वक्त उन्होंने कहा था कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आने तक बैठक नहीं होनी चाहिए।