
काेलकाता : राज्य के दमकल मंत्री सुजीत बोस ने शुक्रवार को विधानसभा में बताया कि राज्य में दमकल स्टेशनों की संख्या 166 है। इसके अलावा कई और स्टैंडबाय यूनिट भी हैं जो आपातकालीन स्थिति में आग की घटनाओं से निपटने का काम करती हैं। आजादी के बाद से 2011 तक पश्चिम बंगाल में कुल 109 फायर स्टेशन थे। तृणमूल सरकार आने के बाद 57 नये दमकल केंद्र बनाये गये हैं। यह बढ़कर अभी 166 हो गये है। कोविड के दो सालों में विकास कार्य पर प्रभाव पड़ा। उल्लेखनीय है कि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार को खिदिरपुर अग्निकांड का जिक्र करते हुए राज्य में दमकल केंद्र बढ़ाने की मांग की थी। इसके जवाब में शुक्रवार को दमकल मंत्री ने कहा कि न जाने कहां से उन्होंने तथ्य दिये हैं मगर राज्य में दमकल केंद्रों की संख्या 166 है। इशके अलावा और 25 नये केंद्र बनाने को लेकर काम चल रहा है। जमीन चिंह्नित, प्लान स्टीमेट की जा रही है। इसके अलावा 40 दमकल केंद्र के बारे में विचार चल रहा है।
एक नजर इस पर
609 दमकल गाड़ियां, 286 फायर बाइक
869 अलग-अलग पंप हैं।
7711 उपकरण हैं जो आग बुझाने के लिए जरूरी हैं।
4 रोबोटिक फायर फाइटर हैं।
अग्निशमन उपकरणों की खरीद के लिए 110 करोड़ रुपये की प्रक्रिया पूरी
इतनी हुई फायर ऑडिट
2024 -25 में 3112 फायर ऑडिट, 989 नोटिस दी गयी थी। इस साल 2025 के अप्रैल से मई के बीच 778 फॉयर ऑडिट हुई है तथा 212 नोटिस दी गयी। फायर सेफ्टी पर जागरूकता 1243 हुई। वहीं जून महीने में अब 580 फायर ऑटिड की गयी है।