

सबिता, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : उत्तर बंगाल में आई भारी बारिश और बाढ़ के कारण जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। टूटे हुए पुल, बह गई सड़कें और विस्थापित लोग पूरे क्षेत्र में हालात बेहद गंभीर हैं। राज्य सरकार ने राहत कार्य शुरू कर दी है। सीएम ममता बनर्जी स्थिति पर खुद नजर रख रही हैं। नार्थ बंगाल के हालात के मद्देनजर सीएम रविवार को दूसरी बार नार्थ बंगाल रवाना हुईं। यहां हवाई अड्डे पर पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, हम केंद्र से मदद के इंतजार में बैठे नहीं रहते है। राज्य सरकार ने आपदा राहत कार्य पहले ही तेज कर दी हैं। जितने संसाधन है, उतने में ही लोगों की मदद कर रहे हैं। यहां आई आपदा से निपटने के लिए पहले ही कई कार्यक्रम शुरू कर दिए गए हैं।
केंद्र पर सीधा आरोप
पिछले पांच वर्षों से सौ दिन का रोजगार (मनरेगा) बंद पड़ा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के फंड रोके गए हैं।
ग्रामीण सड़क विकास और बाढ़ राहत के लिए कोई पैसा नहीं मिल रहा।
सर्व शिक्षा मिशन का भी फंड रोक दिया गया है।
राज्य के 9 करोड़ लोगों को खाद्य साथी योजना के तहत राशन दी जाती है, लेकिन केंद्र इसका “एक चौथाई भी नहीं देता।”
हमारी सरकार की हर योजना ही जनता के लिए है।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम
सोमवार को नागराकाटा और मंगलवार को मिरिक में व्यस्त कार्यक्रम।
बुधवार–गुरुवार : दार्जिलिंग के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा
शुक्रवार : कोलकाता लौटेंगी।
कालीपूजा का करेंगी उद्घाटन ।