VVS Laxman ने की थी वैभव सूर्यवंशी की खोज

राजस्थान ने वैभव को बेस प्राइस से 4 गुना अधिक 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा था
VVS Laxman ने की थी वैभव सूर्यवंशी की खोज
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नई दिल्ली/पटना : राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने सोमवार की रात जयपुर में खेले गए आईपीएल मैच में गुजरात टाइटंस के राशिद खान को मिडविकेट पर छक्का लगाकर टी-20 में सबसे कम उम्र का शतक बनाने वाला खिलाड़ी बनने के बाद क्रिकेट जगत को अपना दीवाना बना दिया। रॉयल्स ने पिछले साल मेगा नीलामी में 1.10 करोड़ रुपये खर्च करके सूर्यवंशी को अपनी टीम से जोड़ा था जो उनके आधार मूल्य 30 लाख रुपये से लगभग चार गुना अधिक था।

राजस्थान के लिए इस बहुमूल्य हीरे की खोज का श्रेय कोच राहुल द्रविण को नहीं बल्कि पूर्व खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण ने की थी। दरअसल, लक्ष्मण ने वैभव को पहली बार बीसीसीआई अंडर-19 वनडे चैलेंजर टूर्नामेंट में खेलते देखा था। वैभव के बचपन के कोच मनोज ओझा ने बताया कि एक मैच में वैभव 36 रन पर रन-आउट हो गए थे और ड्रेसिंग रूम में आकर रोने लगे थे। वहां मौजूद लक्ष्मण ने जब ये देखा तो उनके पास पहुंचे और कहा कि हम यहां सिर्फ रन नहीं देखते। हम यहां देखते हैं कि क्रिकेटर में लंबी रेस के लिए कौशल कितना है।

वीवीएस लक्ष्मण इस युवा खिलाड़ी की प्रतिभा से इतना प्रभावित हुए कि वापस आकर उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के कोच राहुल द्रविड़ को सुझाव दिया कि वो इस खिलाड़ी को अपनी छत्रछाया में लें। द्रविड़ ने नीलामी में बड़ी भूमिका निभाते हुए वैभव को राजस्थान में शामिल कराया, फिर शानदार अंदाज में ट्रेनिंग दी और अब नतीजा दुनिया के सामने है।

तेंदुलकर सहित क्रिकेट दिग्गजों ने की सूर्यवंशी की सराहना: मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, यूसुफ पठान, युवराज सिंह, पूर्व सलामी बल्लेबाज क्रिस श्रीकांतश, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज सहित क्रिकेट जगत की मशहूर हस्तियों ने 14 साल के बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी की सराहना करते हुए इस विलक्षण बालक को एक उभरता हुआ सितारा बताया। इधर, वैभव सूर्यवंशी के बचपन के कोच मनीष ओझा को उम्मीद है कि उनका 14 वर्षीय शिष्य अगले एक या दो साल में भारत की टी-20 टीम में जगह बना लेगा।

भारत की तरफ से 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले तेंदुलकर ने एक्स पर पोस्ट किया कि वैभव का निडर दृष्टिकोण, बल्लेबाजी की गति, लेंथ का जल्दी अनुमान लगाना और अपनी पूरी शक्ति गेंद पर लगा देना उनकी शानदार पारी का नुस्खा था। इसका परिणाम यह था कि वह 38 गेंद पर 101 रन बनाने में सफल रहे। बहुत अच्छी पारी खेली। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज क्रिस श्रीकांत ने सूर्यवंशी को भारतीय क्रिकेट का अगला सुपरस्टार बताया। राष्ट्रीय टी-20 कप्तान और मुंबई इंडियंस के स्टार सूर्यकुमार यादव ने भी इस किशोर बल्लेबाज की सराहना की और कहा कि उन्होंने गेंदबाजों की पूरी तरह से बखिया उधेड़ दी।

सूर्यवंशी के पिता ने आभार जताया : अपने बेटे के क्रिकेट खेलने के सपने को पूरा करने में उनकी खेती की जमीन चली गई, लेकिन वैभव सूर्यवंशी के आईपीएल में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले उनके पिता संजीव ने इस युवा बल्लेबाज को इस मुकाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाले राजस्थान रॉयल्स और राहुल द्रविड़ का आभार व्यक्त किया। बिहार क्रिकेट संघ द्वारा जारी किए गए वीडियो में संजीव ने कहा कि उसने हमारे गांव, बिहार और पूरे भारत को गौरवान्वित किया है।

हम इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकते और जश्न मना रहे हैं। मैं राजस्थान रॉयल्स को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने पिछले तीन-चार महीनों में उसका खेल निखारने पर बहुत काम किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं वैभव के खेल में सुधार के लिए मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और बाकी सहयोगी स्टाफ को धन्यवाद देना चाहता हूं। उसने खुद अपने खेल पर बहुत मेहनत की है और यह शतक उसी का परिणाम है।’’

भारत अंडर-19 के लिए खेल चुके हैं सूर्यवंशी : वैभव सूर्यवंशी के बचपन के कोच मनीष ओझा को उम्मीद है कि उनका 14 वर्षीय शिष्य अगले एक या दो साल में भारत की टी20 टीम में जगह बना लेगा। कोच ओझा ने कहा कि ‘एक कोच के रूप में यह मेरे लिए गर्व का क्षण है। बिहार जैसे राज्य के लिए, जो खेलों में मजबूत नहीं है, यह सूरज की किरण की तरह है। उसने कई लोगों को प्रेरित किया होगा, उसने बिहार को भारत में क्रिकेट के मानचित्र पर ला दिया है।

उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि अगर वह इसी तरह से खेलता रहा तो निश्चित तौर पर अगले एक–दो साल में भारत की टी-20 टीम में जगह बना लेगा। सूर्यवंशी पहले ही भारत अंडर-19 के लिए खेल चुके हैं और उन्होंने जनवरी 2024 में प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया था। वह नैसर्गिक प्रतिभा का धनी है और किसी भी चीज को तुरंत सीख लेता है। उसे लंबे शॉट खेलना पसंद है। दो साल पहले अकादमी में एक अभ्यास सत्र के दौरान मैंने उससे पूछा कि वह एक और दो रन क्यों नहीं लेता तो उसने कहा अगर मैं छक्के लगा सकता हूं तो एक दो रन लेने की जरूरत नहीं है।

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