उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया पद से इस्तीफा

स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला
Vice President Jagdeep Dhankhar resigned
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
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नई दिल्ली :
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जगदीप धनखड़ ने अपने इस्तीफे में कहा कि वो स्वास्थ्य कारणों के कारण भारत के उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे रहे हैं।

जगदीप धनखड़ ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा देता हूं। मैं भारत की माननीय राष्ट्रपति महोदय के प्रति उनके अटूट सहयोग तथा मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे बीच बने सुखद एवं अद्भुत कार्य संबंध के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं।

सभी सांसदों का आभार जताया
धनखड़ ने कहा कि मुझे माननीय सांसदों से जो स्नेह, विश्वास और अपनापन मिला, वह मेरे लिए सदा अमूल्य रहेगा और मेरी स्मृति में अंकित रहेगा। मैं इस महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में मिले अमूल्य अनुभवों और ज्ञान के लिए अत्यंत आभारी हूं। उन्होंने इस्तीफे में लिखा कि इस पद पर रहते हुए मैं भारत की अभूतपूर्व आर्थिक प्रगति और असाधारण विकास का साक्षी बनना और उसमें सहभागी होना मेरे लिए गर्व और संतोष की बात रही है। हमारे राष्ट्र के इस परिवर्तनकारी युग में सेवा करना मेरे लिए एक सच्चा सम्मान रहा है। जब मैं इस प्रतिष्ठित पद को छोड़ रहा हूं, तो मैं भारत के वैश्विक उत्थान और उसकी अद्भुत उपलब्धियों पर गर्व से भर जाता हूं, और उसके उज्ज्वल भविष्य में मेरी पूर्ण आस्था है।

धनखड़ का प​श्चिम बंगाल से भी नाता : धनखड़ा का पं​श्चिम बंगाल से भी नाता रहा है। उपराष्ट्रपति बनने से पहले वह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। जगदीप धनखड़ ने 2022 में भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। 6 अगस्त, 2022 को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया था। जगदीप धनखड़ को कुल 725 में से 528 वोट मिले थे, जबकि मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले थे। जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई, 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक साधारण किसान परिवार में हुआ। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा गांव के स्कूल से ही पूरी की। इसके बाद स्कॉलरशिप हासिल करके चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल में पढ़ने चले गए। धनखड़ का नेशनल डिफेंस एकेडमी में चयन हो गया था, लेकिन वह नहीं गए।

उत्तराखंड में उठा था सीने में दर्द, दिल्ली एम्स में भी हुए थे भर्ती : जानकारी हो कि जगदीप धनखड़ को 9 मार्च 2025 को अचानक सीने में दर्द की शिकायत पर 'एम्स' दिल्ली में भर्ती कराया गया था। वहां तीन दिन इलाज के बाद 12 मार्च 2025 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। बहरहाल, वे पूरी तरह स्वस्थ नहीं थे। पिछले महीने 25 जून को उत्तराखंड के नैनीताल में कुमाऊं यूनिवर्सिटी के गोल्डन जुबली समारोह में बतौर चीफ गेस्ट पहुंचे धनखड़ की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। बताया गया कि कार्यक्रम खत्म होने के बाद धनखड़ पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल के कंधे पर हाथ रखकर कार्यक्रम से बाहर निकले और कुछ दूर पहुंच कर महेंद्र पाल से गले लगकर रोने लगे। इसके बाद वह करीब 10 कदम ही चले थे कि उनके सीने में अचानक दर्द उठा। तब पूर्व सांसद महेंद्र पाल और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें संभाल लिया था। इसके बाद उन्हें तुरंत नैनीताल राजभवन ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उनका स्वास्थ्य जांच किया था। 

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