

रांचीः भारतीय क्रिकेट की युवा सनसनी वैभव सूर्यवंशी ने अपने कौशल का अद्भुत नजारा पेश करते हुए बुधवार को यहां बिहार की तरफ से खेलते हुए अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ विजय हजारे प्लेट ग्रुप मैच में 84 गेंदों में 190 रन बनाए, जिसमें 15 छक्के शामिल हैं। इस 14 वर्षीय सलामी बल्लेबाज ने अरुणाचल प्रदेश के कमजोर गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
सूर्यवंशी ने केवल 36 गेंदों में शतक पूरा किया। इस तरह से वह लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे तेज शतक बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों में दूसरे नंबर पर काबिज हो गए हैं। भारतीय रिकॉर्ड पंजाब के अनमोलप्रीत सिंह के नाम है, जिन्होंने 2024 में इसी टीम के खिलाफ 35 गेंदों में शतक बनाया था। सूर्यवंशी ने अपनी पारी में 15 छक्कों के अलावा 16 चौके भी जड़े। उन्होंने यह कारनामा यूएई में पाकिस्तान के खिलाफ अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में मिली हार से केवल तीन दिन के बाद किया।
इस प्रारूप में सबसे तेज शतक का विश्व रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के जेक फ्रेजर मैकगर्क (29 गेंद) के नाम पर दर्ज है। उन्होंने 2023-24 के सत्र में दक्षिण ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेलते हुए तस्मानिया के खिलाफ यह रिकॉर्ड बनाया था। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (31 गेंद) के नाम पर है। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ जोहानिसबर्ग में यह कारनामा किया था। सूर्यवंशी के नाम अब सबसे कम उम्र में लिस्ट ए शतक लगाने वाले खिलाड़ी का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है।
रिकॉर्ड अपने नाम किया
लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे कम गेंदों में डबल सेंचुरी जड़ने का विश्व रिकॉर्ड बनाने से वे चूक गए।सब से कम उम्र में लिस्ट ए क्रिकेट में 200 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से सबसे बड़ी पारी खेलने वाले वे दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए। उनका स्ट्राइक रेट 226.19 का था।
वैभव सूर्यवंशी लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे कम गेंदों में 150 रन बनानेवाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। इस मामले में उन्होंने साउथ अफ्रीका के महान बल्लेबाज एबी डिविलियर्स को पीछे छोड़ दिया है। 36 गेंदों में शतक पूरा करनेवाले वैभव सूर्यवंशी ने महज 54 गेंदों में 150 रनों का आंकड़ा पार कर लिया था। डिविलियर्स ने 64 गेंदों में 150 रन लिस्ट ए मैच में बनाए हुए हैं। इस तरह वैभव उनसे आगे निकल गए। लिस्ट ए क्रिकेट में उनका ये पहला शतक है।
टीम इंडिया की जर्सी ज्यादा दूर नहीं
वैभव सूर्यवंशी अब तक आईपीएल, यूथ ओडीआई, यूथ टेस्ट, इंडिया ए, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी, अंडर 19 एशिया कप और विजय हजारे ट्रॉफी में शतक जड़ चुके हैं। बाएं हाथ का ये बल्लेबाज बहुत ही तेज गति से रन बनाने के लिए जाना जाता है। हालांकि वैभव को भारतीय क्रिकेट की सीनियर टीम में जगह बनाने के लिए अभी लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन यह हर कोई मान चुका है कि उनके लिए राष्ट्रीय टीम की जर्सी ज्यादा दूर नहीं है।
वैभव का डर छाया था पाक जूनियर टीम पर
गौरतलब है कि अंडर 19 एशिया कप में महत्वपूर्ण मैचों में वैभव का बल्ला नहीं चला था। फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ वह कम रन ही बना सके थे। उस मैच में उनको आउट कर पाकिस्तानी खिलाड़ी जोरदार जश्न बना रहे थे, इससे पता चला था कि विपक्षी टीमों में अभी से ही वैभव को लेकर डर बैठ गया है। लेकिन कम रन बनाने के कारण वैभव को देश में आलोचना का शिकार होना पड़ा। बहरहाल विजय हजारे ट्रॉफी ने 190 रनों की पारी जरूर उनके बारे में फिर से राय बदलने में बड़ी भूमिका बनायेगी।