
कोलकाता : राज्य विधानसभा में सोमवार की कार्यवाही के दौरान अभूतपूर्व हंगामा हुआ। मामला इतना बढ़ा कि स्पीकर विमान बनर्जी ने चार भाजपा विधायकों को निलंबित कर दिया। भाजपा विधायकों की स्पीच को रिकाॅर्ड से हटाने के मामले को लेकर पार्टी विधायकों द्वारा तीसरे दिन भी विरोध जताया गया। स्पीकर विमान बनर्जी ने उनसे शांति से सदन चलने देने की अपील की मगर हंगामा जारी रहा। इसके बाद स्पीकर ने भाजपा के चार विधायकों शंकर घोष, अग्निमित्रा पॉल, मनोज ओरांव तथा दीपक बर्मन को इस पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया। उन पर दुर्व्यवहार करने, स्पीकर के आदेशों की अवहेलना करने, कार्यसूची फाड़ने और अपनी मेजों पर माइक्रोफोन पटकने को लेकर सदन से निलंबित किया गया है। इसके बावजूद ये चारों सदन में बने रहे और नारेबाजी करते रहे। स्पीकर ने अंत में मार्शल से कहकर सस्पेंड चारों विधायकों को बाहर करने का निर्देश दिया। भाजपा विधायक जाने को तैयार नहीं थे। अंत में शंकर घोष को घसीटते हुए बाहर निकाला गया। इस दौरान शंकर घोष और शांतनु प्रमाणिक नीचे गिर गये। सुरक्षा कर्मी और भाजपा के कई विधायकों में धक्का-मुक्की से मार्शल सहित कई सुरक्षा कर्मी घायल हो गये। महिला सुरक्षा कर्मियों के अनुसार उनके हाथों में चाेटें आयी हैं। विधायक वेल में उतर आये। नारेबाजी जोरदार हुई। इस भारी हंमागा के दौरान कई टेबल माइक्रो फोन भी टूट गये। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की स्पीकर बिमान बनर्जी के साथ तीखी बहस भी हुई। नाराज विपक्ष के नेता ने पार्टी विधायकों के चश्मे और घड़ियां, जो मार्शलों के साथ कथित हाथापाई के दौरान टूट गई थीं, उन्हें स्पीकर के पास जमा कराया। भाजपा विधायक शंकर घोष ने मार्शल के खिलाफ हेयर स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज करायी है। उनका आरोप है कि सदन में मार्शल द्वारा भाजपा विधायकों पर बुरी तरह से हमला किया गया है। शंकर घोष ने कहा कि उन्होंने डॉक्टर से इलाज कराया। स्पीकर ने कहा कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में जो दोषी पाये जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इस घटना से पहले भी ऐसा एक बार हुआ था। उस दौरान तत्कालीन स्पीकर ने विधायक की सैलरी से नुकसान की भरपायी की थी। इस बार भी हमें सोचना पड़ेगा कि कैसे इसकी भरपाई करनी है।