केंद्रीय कृषि मंत्री ने की भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के बागवानी प्रभाग की समीक्षा

अनुसंधान का सीधा लाभ किसानों तक पहुंचे और उनको समुचित दाम मिले
केंद्रीय कृषि मंत्री ‌श‌िवराज सिंह चौहान
केंद्रीय कृषि मंत्री ‌श‌िवराज सिंह चौहान
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नयी दिल्ली/ कोलकाता : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के माध्यम से देश में कृषि क्षेत्र के समग्र विकास को और बेहतर करने के उद्देश्य से लगातार समीक्षा और मानीटरिंग कर रहे केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कृषि भवन में इस क्रम में पुनः आईसीएआर के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान मंत्री शिवराज ने आईसीएआर के बागवानी प्रभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए कि वे वैश्विक उत्पादकता में हमारे देश की ऊपरी पायदान पर छलांग लगाने के लक्ष्य के साथ काम करें। बैठक में, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बागवानी क्षेत्र के विकास और बागवानी से जुड़े किसान भाइयों-बहनों के हित में अपने व्यापक विचार साझा करते हुए कहा कि आने वाले समय में जैसे-जैसे सामाजिक-आर्थिक समृद्धि और बढ़ेगी, बागवानी उत्पादों (विभिन्न प्रकार के फल-सब्जियों) की उपभोक्ता मांग में भी तेजी आयेगी, इसे दृष्टिगत रखते हुए बेहतर उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए और अच्छे तरीके से काम करना होगा। उन्होंने कहा कि बागवानी क्षेत्र में अनुसंधान के लोक व्यापीकरण के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने वैश्विक स्तर पर उत्पादकता बढ़ाने पर बल देते हुए कहा कि विश्वस्तर हम कैसे ऊपरी पायदान पर छलांग लगाएं, उसके लिए पूरी कोशिश होनी चाहिए, कुछ उत्पादों के मामले में हम बेहतर हैं, लेकिन और अधिक उत्पादों पर भी हमें काम करते हुए उत्पादकता के उच्च मापदंड अपनाते हुए काम करना होगा, इसलिए अच्छी गुणवत्ता के साथ उत्पादकता बढ़ाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ें। आगे उन्होंने कहा कि बागवानी क्षेत्र की बेहतर फसल पद्धतियों का अध्ययन करने के साथ ही किसानों तक अनुसंधान व आवश्यक जानकारी की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए भी प्रयास किये जाने चाहिए। अनुसंधान की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार की जरूरत है, ताकि बागवानी करने वाले किसान योजनाओं का सही लाभ उठा सकें।

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