

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
नदिया: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया है। 32वीं वाहिनी के सीमा चौकी मालुआपाड़ा के सतर्क जवानों ने गुप्त सूचना के आधार पर एक सफल ऑपरेशन चलाते हुए न केवल दो भारतीय तस्करों को दबोचा, बल्कि उनके पास से भारी मात्रा में सोना भी बरामद किया। जब्त किए गए सोने का कुल वजन 510 ग्राम है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 67,37,100 रुपये आंकी गई है।
सीमा सुरक्षा बल के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सीमा चौकी मालुआपाड़ा के खुफिया विभाग को पुख्ता जानकारी मिली थी कि कुछ तस्कर बांग्लादेश से सोने की एक बड़ी खेप को भारतीय सीमा के भीतर अवैध रूप से पहुंचाने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही जवानों ने चिन्हित क्षेत्र में मोर्चा संभाल लिया और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी।
बुधवार देर शाम जवानों ने देखा कि सीमा रेखा के पास बांस की घनी झाड़ियों का सहारा लेकर एक संदिग्ध व्यक्ति बेहद सावधानी के साथ बांग्लादेश की ओर से भारतीय सीमा में दाखिल होने का प्रयास कर रहा है। जवानों ने बिना समय गंवाए उसे घेर लिया और आत्मसमर्पण की चुनौती दी। अचानक खुद को घिरा देख तस्कर ने बिना किसी प्रतिरोध के तुरंत हाथ खड़े कर दिए।
हिरासत में लेने के बाद जब सुरक्षा बलों ने उस व्यक्ति की गहन शारीरिक तलाशी ली, तो उसके पास से प्लास्टिक टेप में लिपटे हुए दो संदिग्ध पैकेट बरामद हुए। जब इन पैकेटों को खोला गया, तो उसके अंदर से उच्च गुणवत्ता वाले सोने के चार बिस्कुट निकले। जवानों ने तुरंत सोने को जब्त कर लिया और तस्कर को गिरफ्तार कर लिया।
प्रारंभिक पूछताछ के दौरान गिरफ्तार तस्कर ने तस्करी के नेटवर्क से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। उसने स्वीकार किया कि वह केवल एक 'कूरियर' के रूप में काम कर रहा था और उसे यह खेप सीमावर्ती गांव रंगियापोटा के ही एक व्यक्ति को सौंपनी थी। इस खुलासे के बाद बीएसएफ की एक टीम ने बिना देर किए रंगियापोटा गांव में छापेमारी की और दूसरे तस्कर को उसके घर से धर दबोचा।
दोनों तस्करों ने पूछताछ में कबूल किया कि उन्हें इस अवैध कार्य को अंजाम देने के बदले में तस्कर गिरोह के सरगना द्वारा एक निश्चित मोटी रकम देने का वादा किया गया था। वे आर्थिक लालच में आकर इस अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क का हिस्सा बन गए थे।
बीएसएफ ने कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दोनों गिरफ्तार तस्करों और जब्त किए गए सोने को संबंधित सीमा शुल्क विभाग (Customs Department) को सौंप दिया है। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस नेटवर्क के तार किन बड़े तस्करों से जुड़े हैं और बांग्लादेश से आने वाला यह सोना भारत के किन शहरों में भेजा जाना था। सीमावर्ती क्षेत्रों में बीएसएफ ने अपनी गश्त और चौकसी और भी कड़ी कर दी है ताकि भविष्य में ऐसी गतिविधियों को रोका जा सके।