निधि, सन्मार्ग संवाददाता
नदिया/कोलकाता: सीमावर्ती जिलों में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान में नदिया जिले की कालीगंज थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एक गुप्त और सटीक सूचना के आधार पर न केवल दो तस्करों को दबोचा है, बल्कि नशे के बाजार में मिलावट के लिए उपयोग किए जाने वाले खतरनाक रसायन 'पावर' की एक बड़ी खेप भी बरामद की है।
जानकारी के अनुसार, 29 दिसंबर 2025 को विशेष परिचालन समूह (SOG) को इलाके में नशीले पदार्थों की एक खेप की आवाजाही की पक्की जानकारी मिली थी। इस सूचना को साझा किए जाने के तुरंत बाद कालीगंज थाना पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने कटवा मोड़ के पास रणनीतिक घेराबंदी की और आने-जाने वाले संदिग्धों पर पैनी नजर रखनी शुरू कर दी।
इसी दौरान पुलिस को दो व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में घूमते दिखाई दिए। पुलिस की मौजूदगी देख दोनों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन सतर्क जवानों ने घेराबंदी कर सागिर मंडल और मोसाबुद्दीन शेख नामक दो व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया।
जब पुलिस ने पकड़े गए व्यक्तियों के पास मौजूद बैग की सघन तलाशी ली, तो उसके अंदर से लगभग 600 ग्राम सफेद पाउडर जैसा पदार्थ बरामद हुआ। शुरुआत में इसे कोई प्रतिबंधित नशीला पाउडर समझा गया, लेकिन विशेषज्ञों और प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि यह पदार्थ तस्करों के बीच 'पावर' के नाम से कुख्यात है।
दरअसल, 'पावर' शुद्ध हेरोइन नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा खतरनाक मिलावटी रसायन है जिसका उपयोग हेरोइन की मात्रा बढ़ाने के लिए किया जाता है। तस्कर कम मात्रा में शुद्ध हेरोइन लाकर उसमें भारी मात्रा में यह 'पावर' मिला देते हैं, जिससे मादक पदार्थ का वजन और मुनाफा कई गुना बढ़ जाता है। यह रसायन मानव स्वास्थ्य के लिए हेरोइन से भी अधिक घातक साबित हो सकता है।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे इस पाउडर को स्थानीय हेरोइन निर्माताओं और वितरकों तक पहुंचाने जा रहे थे। आरोपी इस सामग्री से संबंधित कोई भी वैध दस्तावेज या लाइसेंस पेश नहीं कर सके। पुलिस को संदेह है कि इस 'पावर' पाउडर की आपूर्ति किसी बड़े अंतरराज्यीय ड्रग सिंडिकेट द्वारा की जा रही है, जो नदिया और आसपास के इलाकों में अवैध मादक पदार्थ बनाने की इकाइयां चला रहे हैं।
कालीगंज थाना पुलिस ने बरामद सामग्री को जब्त करते हुए आरोपियों के खिलाफ 'ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940' की धारा 27(सी) और 'भारतीय न्याय संहिता (BNS)' की धारा 276 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि पकड़े गए तस्करों का नेटवर्क कहां तक फैला है और वे यह खेप कहां से लाए थे। प्रशासन का मानना है कि इन गिरफ्तारियों से इलाके में चल रहे अवैध नशा निर्माण के नेटवर्क पर गहरा प्रहार होगा।