माध्यमिक की परीक्षा में जुड़वां भाइयों का शानदार प्रदर्शन कर किया नाम रोशन

दोनों जुड़वा भाइयों के जन्म समय में कुछ मिनट के अंतर की तरह परीक्षा के अंको में भी है अंतर
माध्यमिक की परीक्षा में जुड़वां भाइयों का शानदार प्रदर्शन कर किया नाम रोशन
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कालचीनी : चाय बहुल क्षेत्र में रहकर माध्यमिक की परीक्षा में बेहतरीन अंक लाकर सफल होने वाले जुड़वां भाइयों की कहानी अब कालचीनी के लोगों की जुवान पर है। परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करने वाले दोनों जुड़वां भाई शुरू से ही स्थानीय लोगों के लिए आकर्षक थे। इन दोनों भाइयों ने इस बार की माध्यमिक परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सभी को चौका दिया हैं। हर जगह दोनों की चर्चा चल रही हैं। अलीपुरदुआर जिले के कालचीनी चौपती क्षेत्र के रहने वाले जुड़वा भाई साग्निक दे भौमिक और श्रेयान दे भौमिक माध्यमिक परीक्षा में अपने स्कूल में प्रथम और द्वितीय स्थान पर आए हैं। दोनों यूनियन एकेडमी कालचीनी हाई स्कूल के छात्र है। इनके जन्म समय में कुछ मिनट के अंतर की तरह, उनके माध्यमिक के परिणामों के अंकों में भी थोड़ा अंतर है। पता चला कि माध्यमिक की परीक्षा में साग्निक ने 631 अंकों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि श्रेयान ने 622 अंकों के साथ इसी स्कूल से दूसरा स्थान प्राप्त किया। दोनों जुड़वा भाइयों के परिणामों को लेकर परिवार वालों से लेकर हर कोई उत्साहित हैं, मगर दोनों भाई माध्यमिक विद्यालय में अपने परिणामों से बहुत संतुष्ट नहीं हैं। जुड़वा भाई भविष्य में और अधिक मेहनत कर जिला व राज्य सूची में प्रथम आना चाहते हैं। बचपन से ही पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ खेलकूद मैं दोनों भाइयों की काफी रुचि रही हैं। दोनों भाई भविष्य में विज्ञान की पढ़ाई कर इंजीनियर बनना चाहते हैं। दोनों की शक्ल-सूरत बिल्कुल एक जैसी है। यह बताना असंभव है कि कौन साग्निक है और कौन श्रेयान। यह सर्वविदित है कि स्कूल के शिक्षकों को भी पहले समस्याएं थीं। जब उनसे पूछा गया कि कालचीनी जैसे चाय बागान क्षेत्र में पढ़ाई करके उन्होंने इतनी सफलता कैसे हासिल की, तो जुड़वां भाइयों ने कहा कि हमने लंबे समय से पढ़ाई नहीं की है। हमने अपने प्रयासों से जितना संभव था, उतना अध्ययन किया है। बेशक, हमें अपने परिवार के सदस्यों और शिक्षकों का समर्थन प्राप्त है। हम दोनों भविष्य में और अधिक हासिल करना चाहते हैं। दोनों ने कहा इस उपलब्धि में हमारे माता-पिता से लेकर हमारे शिक्षक शिक्षिकाओं का बड़ा योगदान है। पता चला की श्रेयान और साग्निक के पिता नौकरी पेशा में हैं और उनकी मां गृहिणी हैं।

छात्रों की मां ने यह कहा

इस संबंध में उनकी मां सीमा दे भौमिक ने कहा कि बचपन से ही मेरे दोनों बच्चे पढ़ाई लिखाई में अच्छे रहे हैं। मैं दोनों के माध्यमिक परिणामों से खुश हूं, मुझे उम्मीद है कि वे भविष्य में और बेहतर करेंगे। मैं चाहती हूं कि मेरे दोनों लड़के भविष्य में और भी बेहतर कर इलाके का नाम रोशन करें।

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