

कोलंबो : भारत महिला त्रिकोणीय एकदिवसीय क्रिकेट शृंखला में बुधवार को यहां जब दक्षिण अफ्रीका की टीम से भिड़ेगा तो वह पिछले मैच में श्रीलंका से मिली हार से उबरकर फाइनल में अपनी जगह पक्की करने को उत्सुक होगा। मैच भारतीय समयानुसार सुबह 10 बजे शुरू होगा। हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम का 8 मैचों की जीत का सिलसिला रविवार को मेजबान श्रीलंका से हार के साथ समाप्त हो गया। भारतीय टीम हालांकि अब भी अपने बेहतर रन रेट के कारण फाइनल में पहुंचने की प्रबल दावेदार है लेकिन वह अपने अगले मैच में जीत हासिल करके इस मुकाम पर पहुंचना चाहेगी।
भारतीय टीम 3 मुकाबलों में 4 अंक हासिल करके अंक तालिका में शीर्ष पर है। वे दूसरे स्थान पर मौजूद श्रीलंका से आगे हैं, जिसके भी 4 अंक हैं लेकिन उसका नेट रन रेट -0.166 है। भारत का नेट रन रेट 0.433 है। दक्षिण अफ्रीका की टीम ने अभी तक कोई मैच नहीं जीता है लेकिन उसे अभी दो मैच खेलने हैं और इनमें जीत हासिल करने पर वह भी फाइनल में जगह बना सकती है।
बल्लेबाजी भारत का सकारात्मक पक्ष : इस शृंखला में भारत की बल्लेबाजी एक बड़ा सकारात्मक पक्ष रही है। सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल दो अर्धशतक सहित 163 रन बनाकर सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पर हैं। अन्य बल्लेबाजों ने भी इसमें योगदान दिया है। स्नेह राणा ने गेंदबाजी में कमान अच्छी तरह से संभाली है। उन्होंने तीन मैचों में 4.25 की इकोनॉमी से गेंदबाजी करते हुए 11 विकेट लिए हैं। राणा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले मैच में पांच विकेट लिए थे और वह उस प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगी। पहले दो मैचों में गेंदबाजों ने भारत को जीत दिलाई, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। इस मैच में ऑलराउंडर काशवी गौतम केवल पांच ओवर करने के बाद मैदान से बाहर चली गई थी।
अफ्रीका को पिछले नौ एकदिवसीय मैचों में से 8 में मिली हार : कप्तान हरमनप्रीत ने हार के बाद कहा था, ‘‘गेंदबाजी एक ऐसा क्षेत्र है जहां हमें सुधार करने की जरूरत है। आज मौके थे, लेकिन हम उनका फायदा नहीं उठा सके। जहां तक दक्षिण अफ्रीका का सवाल है तो उसकी टीम संघर्ष करती हुई नजर आ रही है। उसे पिछले नौ एकदिवसीय मैचों में से आठ में हार का सामना करना पड़ा है, जिसमें इस श्रृंखला के दोनों मैच भी शामिल हैं। दक्षिण अफ्रीका ने अपने पहले मैच में भारत के सामने कड़ी चुनौती पेश की थी लेकिन अगले मैच में उसे श्रीलंका से बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। उसने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों ने खराब प्रदर्शन किया है। बल्लेबाजों को स्ट्राइक रोटेट करने में संघर्ष करना पड़ा है, जबकि गेंदबाजों की लाइन और लेंथ में अनुशासन की कमी है, जिससे उसके लिए दबाव बनाना या विकेट लेना मुश्किल हो गया है।