

सन्मार्ग संवाददाता
खड़गपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे अंतर्गत खड़गपुर मंडल में इन दिनों ट्रेनों की लेटलतीफी से सभी लोग परेशान हैं। जिसकी वजह से आवागमन के लिए रेलयात्री अब ट्रेनों के बजाय बसों पर ज्यादा निर्भर होते जा रहे हैं। पश्चिम मिदनापुर जिला अंतर्गत खड़गपुर और मिदनापुर शहर से रोजाना हजारों लोग ट्रेनों से सफर कर हावड़ा जाते हैं। इसके अलावा झाड़ग्राम और पूर्व मिदनापुर जिले के विभिन्न स्टेशनों से भी रोजाना हजारों यात्री ट्रेनों में सफर करते हैं, लेकिन विगत कई माह से खड़गपुर मंडल में लोकल ट्रेनों के अलावा कई दूरगामी ट्रेनें भी काफी विलंब से चल रही है। खड़गपुर से हावड़ा तक पहुंचने में पहले लोकल ट्रेनों का 3 घंटे का समय लगता था, लेकिन अब 4 घंटे में ट्रेने हावड़ा पहुंच रही है। ट्रेनों की इस लेटलतीफी के विरोध में वाम संगठनों की ओर से कई बार आंदोलन वगैरह भी किया गया। इसके अलावा मिदनापुर और झाड़ग्राम के टीएमसी सांसदों ने भी ट्रेनों की इस लेटलतीफी के विषय़ को लेकर संसद में आवाज बुलंद किया, लेकिन इसका कोई सुपरिणाम नहीं निकलने पर अब काफी लोग ट्रेनों के बजाय़ आवागमन के लिए बसों पर निर्भर होते जा रहे हैं। झाड़ग्राम से रोजाना 20 सरकारी बसें कोलकाता जा रही है। इसके अलावा खड़गपुर और मिदनापुर शहर से भी रोजाना दर्जनों बसे कोलकाता जाती है। ट्रेनों की लेटलतीफी की वजह से इन दिनों सभी सरकारी और निजी बसों में यात्रियों की खचाखच भीड़ हो रही है, लेकिन ट्रेनों की लेटलतीफी आखिरकार कब दूर होगी, इसे लेकर सभी लोग प्रश्न कर रहे हैं।