कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर राज्यभर में भाषायी आतंक और बंगाल विरोधी राजनीति के खिलाफ आंदोलन जारी है। शनिवार को डोरिना क्रॉसिंग पर आईएनटीटीयूसी ने राज्य अध्यक्ष ऋतब्रत बनर्जी के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया।
ऋतब्रत ने घोषणा की कि आने वाले 29 और 30 नवंबर को डोरिना क्रॉसिंग पर फिर से दो दिवसीय धरना दिया जाएगा। इन दो दिनों में लाखों लोगों के जुटने की संभावना है। धर्मतल्ला क्षेत्र माइक और नारों से गूंज उठेगा। जिला स्तर पर कार्यकर्ताओं की हिस्सेदारी तय की जाएगी। 29 तारीख को जो आएंगे, वे 30 को नहीं आएंगे। इस तरह दो-दो घंटे के स्लॉट में आंदोलन चलेगा।
इस आंदोलन में विधायक नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती, स्वपन समद्दार, सोमनाथ श्याम, बाबुन बनर्जी सहित कई नेता शामिल हुए। सभी ने भाजपा के भाषा आतंक और बंगाल विरोधी मानसिकता की कड़ी आलोचना की।
ऋतब्रत बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस, जतिन दास और रवींद्रनाथ ठाकुर जैसे महापुरुषों का हवाला देते हुए बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को याद दिलाया और कहा कि भाजपा बंगाल की अस्मिता को मिटाना चाहती है, लेकिन ममता बनर्जी के नेतृत्व में ऐसा कभी नहीं होने दिया जाएगा। मंच से 2026 में फिर भाजपा को हराने का संकल्प लिया गया।