

कोलकाता: कई प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद बीरभूम की सोनाली खातून बांग्लादेश से स्वदेश लौट आयी है। शनिवार को तृणमूल कांग्रेस की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और डॉ. शशि पांजा ने बताया कि गर्भवती सोनाली को अवैध रूप से ‘पुशबैक’ किया गया था, लेकिन कानूनी लड़ाई में जीत हासिल करने के बाद वह अपने घर लौट सकी।
चंद्रिमा ने बताया कि सोनाली के पास सभी वैध दस्तावेज जैसे आधार कार्ड के अलावा उसके पिता के नाम 2002 की वोटर लिस्ट में थे फिर भी उसे रात के अंधेरे में आंख बंद करके बांग्लादेश भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि 2000 में जन्मी सोनाली पर 1998 में घुसपैठ का आरोप लगाया गया, जो पूरी तरह हास्यास्पद है।
उन्होंने कहा, न्याय को परदा डालकर नहीं छिपाया जा सकता, यह सूरज की रोशनी की तरह उजागर होता है। हाई कोर्ट के आदेश और राज्य सरकार एवं परिश्रमी मजदूर कल्याण बोर्ड की मदद से सोनाली को आखिरकार घर लौटने का अधिकार मिला। शशि पांजा ने भाजपा पर घुसपैठ के मुद्दे पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने भाजपा नेता सुभाष चंद्र मंडल पर दोहरी नागरिकता रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास भारत और बांग्लादेश दोनों देशों में वोटर कार्ड हैं, फिर भी वे भारत में चुनाव लड़ते हैं और जीतते हैं। उन्होंने भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार के विवादित बयान और त्रिपुरा में बढ़ती घुसपैठ पर भी सवाल उठाये।
टीएमसी ने स्पष्ट किया कि संविधान और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की रक्षा के लिए उनकी लड़ाई लगातार जारी रहेगी।