कोलकाता: मंगलवार को राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में 82 लोगों की मौत हुई थी। इस बात का खुलासा बीबीसी हिंदी की रिपोर्ट में भी हुआ है। बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 37 लोगों की मौत का दावा किया था। टीएमसी ने अपने एक्स हैंडल पर कहा कि योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी दोनों लाशों की राजनीति कर रहे हैं।
पार्टी ने कहा – 'मोदी-योगी झूठे हैं! भाजपा ने लाशों पर राजनीति की है'
हाल ही में बीबीसी हिंदी द्वारा की गई गहन जांच में पता चला है कि 29 जनवरी 2025 को प्रयागराज में कुंभ मेले के दौरान हुई भगदड़ में मरने वालों की संख्या उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी आंकड़ों की तुलना में काफी अधिक है। सरकार ने कहा कि मौनी अमावस्या के दिन चार भगदड़ की घटनाओं में 37 लोगों की मौत हुई, जबकि बीबीसी की जांच में कम से कम 82 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। 10 जून 2025 को प्रकाशित बीबीसी हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार, उनके रिपोर्टर 11 राज्यों और 50 से अधिक जिलों में 100 से अधिक परिवारों से मिले। इन परिवारों ने दावा किया कि उनके प्रियजनों की कुंभ भगदड़ में मौत हो गई। बीबीसी ने कहा कि उनके पास कम से कम 82 मौतों के ठोस सबूत हैं और इस संख्या में केवल वे मामले शामिल हैं जिनके परिवार पर्याप्त सबूत दे सकते हैं। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद विपक्षी दलों ने केंद्र और योगी सरकार पर हमला तेज कर दिया है, इनमें टीएमसी भी शामिल है। सूत्रों के अनुसार टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने बीबीसी की इस जांच रिपोर्ट की सराहना करते हुए कहा कि सच को सामने लाना जरूरी है, खासकर जब सरकारें आंकड़ों को छिपाने की कोशिश करती हैं। हमने पहले भी इस बारे में दावा किया है। उनका (बीबीसी) प्रयास वास्तव में सराहनीय है। टीएमसी ने केंद्र और यूपी सरकार को घेरते हुए तीखा बयान जारी किया। पार्टी ने कहा – 'मोदी-योगी झूठे हैं! भाजपा ने लाशों पर राजनीति की है।' टीएमसी ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा ने अपनी छवि बचाने और प्रशासन की लापरवाही छिपाने के लिए मृतकों की वास्तविक संख्या छिपाई, जो अमानवीय है।
