

कोलकाता: शनिवार को एक पत्रकार सम्मेलन में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। बैठक में पार्टी नेताओं ने बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) रिंकू तरफदार की मौत को SIR प्रक्रिया का नतीजा बताया। टीएमसी का आरोप है कि अत्यधिक दबाव, अवास्तविक समयसीमा और असंवैधानिक कार्यभार के कारण रिंकू ने आत्महत्या की।
पत्रकारों से बातचीत में टीएमसी नेता अरूप चक्रवर्ती ने बताया कि राज्य में अब तक एसआईआर के डर से कई लोगों की मौत हुई है, जिनमें 31 सामान्य मतदाता और 3 BLO शामिल हैं। उन्होंने सीधे तौर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, चुनाव आयोग और भाजपा नेताओं को जिम्मेदार ठहराया। सांसद प्रतिमा मंडल ने कहा कि एसआईआर की जल्दीबाजी और अवास्तविक समयसीमा जनता पर अत्याचार के समान है।
उन्होंने दावा किया कि बीजेपी केवल मुस्लिम नहीं, बल्कि मतुआ सहित सभी वैध मतदाताओं को भ्रमित कर रही है। कई बूथों में 2002 के पुराने वोटर लिस्ट में नाम गायब हैं, जबकि कई वैध वोटर को हटाया गया। टीएमसी का कहना है कि राज्य भर में वास्तविक मतदाताओं को वोटर सूची से हटाने की साजिश की जा रही है।
पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि वैध मतदाताओं के अधिकारों पर हमला किया गया, तो लोग सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेंगे। अंत में टीएमसी नेताओं ने मृतकों के परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएँ व्यक्त की और कहा कि 2026 में जनता इसका उचित जवाब देगी।