बीजेपी के हित में जान-बुझकर नियम बदला गया

चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर टीएमसी ने उठाया सवाल
सांसद कल्याण बंद्योपाध्याय
सांसद कल्याण बंद्योपाध्याय
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कोलकाता: राज्य में चल रही मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया (SIR) को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्रीय चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। बुधवार को तृणमूल भवन में पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी के वरिष्ठ सांसद कल्याण बंद्योपाध्याय ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अब बीजेपी का औजार बन गया है। निष्पक्षता छोड़कर वह बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए नियम बदल रहा है।

उन्होंने बताया कि 11 नवंबर को आयोग ने अचानक बूथ लेवल एजेंट (BLA) से जुड़ा एक अहम नियम बदल दिया। पहले नियम था कि बीएलए उसी बूथ का मतदाता होगा, जहां सूची में संशोधन हो रहा है। लेकिन अब निर्देश दिया गया है कि वह आस-पास के किसी बूथ से भी नियुक्त किया जा सकता है। कल्याण का आरोप है, बीजेपी अपने बूथों में प्रतिनिधि नहीं दे पा रही थी, इसलिए यह बदलाव किया गया। आदेश जारी होने के तुरंत बाद ही शुभेंदु अधिकारी ने एक्स पर इसका स्वागत किया — यानी फैसला पहले से तय था।

कल्याण ने कहा, जब हम नियमों का पालन कर रहे हैं, तो बीच में अचानक बदलाव क्यों? यह सिर्फ बीजेपी को लाभ देने के लिए किया गया है। तृणमूल ने यह भी दावा किया कि मौजूदा मतदाता सूची 2002 के पुराने रोल पर आधारित है, जबकि 2009 में नयी सीमांकन प्रक्रिया के बाद नयी सूची बननी चाहिए थी। कल्याण ने चेतावनी दी, किसी भी असली मतदाता का नाम सूची से नहीं हटेगा। बंगाल के लोगों के मताधिकार की रक्षा तृणमूल और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी।

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