

कोलकाता : महानगर में फर्जी दस्तावेज के आधार पर खुद को एक नामी व्यवसायी बताकर ठगी करने वाले जालसाजों का गिरोह 50 लाख रुपये लेकर फरार हो गया। बाद में पीड़ित व्यवसायी को ठगी का पता चलने पर उसने बहूबाजार थाने में शिकायत दर्ज करायी। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोलकाता पुलिस के एआरएस अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के नाम अनिकेत सिंह (25), कमलेश प्रजापति (50) और गजेन्द्र सिंह हैं। इनमें से अनिकेत लेकटाउन, कमलेश जोड़ासांको और गजेन्द्र पोस्ता इलाके का रहनेवाला है। अभियुक्तों के पास से 5 लाख रुपये नकद, 5 मोबाइल फोन, नोट गिनने वाली मशीन, 2 रुपये की टोकन नोट सहित कई दस्तावेज बरामद किये गये हैंं।
क्या है पूरा मामला
पुलिस सूत्रों के अनुसार साकेत प्लेस के व्यवसायी राजा खान ने बुधवार को बहूबाजार थाने में अज्ञात मोबाइल के मालिकों के खिलाफ धोखाधड़ी से उसके 50 लाख रुपये लेकर भागने की शिकायत दर्ज करायी थी। शिकायत के अनुसार, अज्ञात आरोपितों ने साजिश कर शिकायतकर्ता के एक करीबी मित्र को फोन कर खुद को एक कारोबारी बताकर धोखे में रखा। इसके बाद नकली दस्तावेज तैयार कर उन्हें असली की तरह इस्तेमाल किया और शिकायतकर्ता के कार्यालय से 50 लाख रुपये नकद ले लिये। रुपये लेने के बाद सभी फरार हो गये। बाद में जब शिकायतकर्ता ने वास्तविक कारोबारी से बात की, तो उन्होंने बताया कि उन्होंने किसी को पैसा लेने भेजा ही नहीं था, जिससे शिकायतकर्ता को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। ठगी का अहसास होने पर व्यवसायी ने थाने में शिकायत दर्ज करायी। मामले की जांच करते हुए कोलकाता पुलिस के डीडी के एआरएस अधिकारियों ने जोडसांको, लेकटाउन और पोस्ता इलाके से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गुरुवार को तीनों अभियुक्तों को अदालत में पेश करने पर उन्हें 15 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। फिलहाल पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर पता लगा रही है कि उन्होंने इस तरह से और कितनी घटनाओं को अंजाम दिया है।