

नई दिल्ली - कई सालों से लगता आ रहा नेजा मेला अब नहीं लगेगा। पुलिस ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि अगर मेले का आयोजन किया गया तो आयोजकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस मेले की शुरुआत नेजा ढाल गाढ़ने से होती है। यह ढाल 18 मार्च को गाड़ी जानी थी पर अब नहीं गाड़ी जाएगी। पुलिस ने इसको पूरी तरह गलत बताते हुए इस मेले को ना लगाने की हिदायत दी है।
आपको बता दें कि यह मेला क्रूर आक्रांता सैयद सालार मसूद गाजी के नाम पर हर वर्ष लगाया जाता था। इसी वजह से पुलिस ने मेला नहीं लगाने की बात कही है। पुलिस का कहना है कि लुटेरों और हत्यारों के नाम पर किसी भी कार्यक्रम की इजाजत नहीं दी जाएगी।
पुलिस का क्या कहना है ?
अपर पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र का कहना है कि सोमनाथ मंदिर के लुटेरे की याद में लगने वाले मेले को किसी भी दशा में नहीं लगने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कुरीति कई सालों से चली आ रही है और उसे बदलने की जरूरत है। गजनवी के भांजे मसूद गाज़ी ने भारत में क्रूरता की थी। ऐसे लुटेरे-हत्यारे देशद्रोही की याद में मेला लगाने वाले भी देशद्रोही होंगे।