देश में कोरोना के 1828 सक्रिय मामले, 15 मौतें

महाराष्ट्र में सांस की बीमारियों का सर्वे शुरू
देश में कोरोना के 1828 सक्रिय मामले, 15 मौतें
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नई दिल्ली : देश में कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को संक्रमित मरीजों की संख्या 1828 पहुंच गयी। वहीं, मौतों की संख्या 6 राज्यों में 15 हो गयी है, इनमें सबसे अधिक 6 मौतें महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र सरकार कोविड-19 वायरस के लिए इन्फ्लूएंजा और सांस से जुड़ी बीमारियों पर सर्वे करा रही है।

गुजरात में गुरुवार को 6 नए मामले सामने आए। इनमें शामिल 8 महीने की बच्ची को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। वहीं, केरल में 727 लोग संक्रमित हुए हैं। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया कि राज्य में ओमिक्रॉन जेएन वैरिएंट एलएफ 7 के मामले आ रहे हैं।

महाराष्ट्र में 9 हजार कोविड टेस्ट

महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 79 नए मरीज सामने आए। जबकि मुंबई में जनवरी 2025 से अब तक कुल 379 मामले मिले हैं। जनवरी और फरवरी में 1-1, अप्रैल में 4 और मई में 373 मरीज मिले। जनवरी से अब तक राज्य में 9592 कोविड-19 परीक्षण किए गए। वहीं, जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को कोरोना के 2 मरीज सामने आए थे। दोनों केरल के रहने वाले हैं और श्रीनगर के गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं।

भारत में मिले कोरोना के 4 नए वैरिएंट

भारत के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में चार नए वैरिएंट मिले हैं। आईसीएमआर के निदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गयी है, वे एलएफ 7, एक्सएफजी , जेएन.1 और एनबी.1.8.1 सीरीज के हैं। बाकी स्थानों से नमूने लेकर सीक्वेंसिंग की जा रही है, ताकि नए वैरिएंट की जांच हो सके। मामले बहुत गंभीर नहीं हैं और लोगों को चिंता नहीं करनी चाहिए, बस सचेत रहना चाहिए। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी इन्हें चिंताजनक नहीं माना है। हालांकि, निगरानी में रखे गए वैरिएंट के रूप में श्रेणीबद्ध किया है।

चीन सहित एशिया के दूसरे देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है। गौरतलब है कि एनबी.1.8.1 के ए435एस, वी445एच, और टी478आई जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोरोना के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी प्रभाव नहीं होता। भारत में कोरोना वायरस का जेएन.1 वैरिएंट सबसे आम है। परीक्षण में आधे से अधिक सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद बीए.2 (26%) और ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20%) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं।

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