

सिडनीः ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने सिडनी के बॉण्डी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान हुई सरेआम गोलीबारी को ‘‘इस्लामिक स्टेट से प्रेरित एक आतंकवादी हमला’’ करार दिया है।
ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने सोमवार को बताया था कि रविवार को हनुक्का उत्सव के दौरान पिता और पुत्र ने अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें एक बच्चे सहित 15 लोग मारे गए। उन्होंने बताया था कि एक हमलावर (50) को पुलिस ने मार गिराया जबकि उसका 24 वर्षीय बेटा घायल हो गया और अस्पताल में उसका उपचार हो रहा है।
अधिकारियों ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर वे संदिग्धों की विचारधारा को लेकर पहली बार टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब्त किए गए वाहन में ‘‘इस्लामिक स्टेट के झंडों’’ सहित कई सबूत मिले हैं। उन्होंने बताया कि घटना में घायल हुए 25 लोग अब भी अस्पतालों में भर्ती हैं जिनमें से 10 की हालत गंभीर है।
फल विक्रेता ने कई जानें बचायीं
सिडनी के बोंडी बीच पर जब एक आतंकी अपनी राइफल से लोगों को निशाना बना रहा था तो 43 साल का अहमद अल अहमद पीछे से जाकर हमलावर को दबोच लेता है और उसकी राइफल छीन कर उसपर ही तान देता है। इसका वीडियो वायरल हुआ हो सोशल मीडिया से लेकर चैनलों पर दिखाया ज रहा है। अहमद की दुनिया भर में तारीफ हो रही है। जानकारी के मुताबिक अहमद फल की दुकान चलाते हैं। उन्हें भी बांह में गोली लगी हैऔर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
हमलावरों का पाकिस्तान से संबंध
अहमद अल अहमद के चचेरे भाई ने कहा कि वह एक हीरो हैं। उनके हाथ में गोली लगी है और उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि हमला करने वाले आतंकियों की उम्र 50 साल और 24 साल थी। एक हमलावर को मौके पर ही मार गिराया गया था और दूसरा आतंकी अस्पताल में भर्ती है। ये दोनों बाप-बेटे हैं, और इनका संबंध पाकिस्तान से बताया जा रहा है। ( (Photo Courtesy -AFP)