

सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम:
अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी दीर्घकाल से लंबित समस्याओं को लेकर द्वीपसमूह के सांसद बिष्णु पद रे ने केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का दरवाजा खटखटाया है। सांसद ने दक्षिण अंडमान जिला परिषद के अध्यक्ष प्रकाश अधिकारी के साथ 19 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली में मंत्रालय के अपर सचिव डॉ. विनोद कोटवाल से मुलाकात कर एक विस्तृत प्रतिवेदन सौंपा और इन मुद्दों पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की।
बैठक के दौरान सांसद बिष्णु पद रे ने अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाओं की कमी की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि द्वीपों की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता अत्यंत आवश्यक है, ताकि गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों को मुख्य भूमि पर निर्भर न रहना पड़े। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा कैडर से विशेषज्ञ चिकित्सकों की तत्काल तैनाती की मांग करते हुए कहा कि इससे द्वीपों की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
सांसद ने यह भी सुझाव दिया कि जब तक स्थायी नियुक्तियां नहीं हो जातीं, तब तक विशेषज्ञ डॉक्टरों की रोटेशन के आधार पर प्रतिनियुक्ति की व्यवस्था की जाए, जिससे स्थानीय लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रस्तावित 44 स्वास्थ्य कार्यकर्ता पदों (पुरुष एवं महिला) के सृजन और स्वीकृति का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने बताया कि ये पद मंत्रालय स्तर पर लंबे समय से लंबित हैं, जबकि द्वीपों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और मजबूती के लिए इनकी अत्यंत आवश्यकता है। बैठक के उपरांत सांसद बिष्णु पद रे ने विश्वास व्यक्त किया कि केंद्र सरकार अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह की लंबे समय से लंबित स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि द्वीपवासियों को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है और इसके लिए वे निरंतर प्रयासरत रहेंगे।