फ्रंटलाइनर पहाड़ तब तक नहीं छोड़ेंगे...

दिन-रात राहत कार्य में जुटे हुए हैं दमकल कर्मी व अन्य फ्रंटलाइनर,आपदा में राहत देने को डटे हैं इमरजेंसी विभागों के कर्मचारी
फ्रंटलाइनर पहाड़ तब तक नहीं छोड़ेंगे...
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सबिता, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के उत्तरी इलाके में हाल ही आयी प्राकृतिक आपदा के बाद राहत कार्यों में अपनी जान जोखिम में डालने वाले अग्निशमन कर्मियों, एसडीआरएफ कर्मियों, पुलिस अधिकारियों, अभियंताओं और चिकित्सकों को सम्मानित करने का फैसला किया है। सूत्र ने बताया कि यह निर्णय संकट के दौरान अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं की अनुकरणीय सेवा को मान्यता देने के लिए लिया गया, जिसमें कम से कम 32 लोगों की जानें चली गईं। एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस फैसले पर अपनी सहमति दे दी है। राज्य सरकार के सम्मान देने का फैसला फ्रंटलाइनर वर्कर्स के उत्साहवर्द्धन के साथ ही उनके जज्बे को सम्मान है। राज्य के दमकल विभाग के ज्यादा से ज्यादा कर्मी व अधिकारी उत्तर बंगाल के उन क्षेत्रों में अब भी डटे हुए हैं। एक वरिष्ठ विभागीय अधिकारी ने बताया कि दमकल के कर्मी तब तक उन प्रभावित इलाकों में डटे रहेंगे जब तक वहां की स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है। दिन रात अग्निशमन विभाग के कर्मी सेवा कार्यों में जुटे हुए हैं।

विद्युत विभाग के कर्मचारी - अधिकारी भी डटे हुए

विद्युत विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आपदा में विद्युत सेवा को भारी नुकसान पहुंचा है। विभाग के कर्मचारी सेवा को सामान्य करने में दिन रात जुटे हुए हैं। करीब 90 से 98 % सेवाएं सामान्य हो चुकी हैं लेकिन अब भी वहां विभागीय अधिकारी से लेकर कर्मचारी अलर्ट पर हैं। उल्लेखनीय है कि सीएम ममता बनर्जी का एक बार फिर से सोमवार को नार्थ बंगाल का दौरा है। इस यात्रा के दौरान सीएम जमीनी स्तर पर चल रहे पुनर्निर्माण और मरम्मत कार्यों का निरीक्षण करेंगी तथा एक उच्च स्तरीय प्रशासनिक बैठक भी करेंगी।

सम्मान देने का फैसला फ्रंटलाइनर वर्कर्स के उत्साहवर्द्धन

राज्य सरकार के सम्मान देने का फैसला फ्रंटलाइनर वर्कर्स के उत्साहवर्द्धन के साथ ही उनके जज्बे को सम्मान है। पहाड़ की स्थिति को देखते हुए इमरजेंसी सेवा से जुड़े कर्मचारी वहां स्थिति सामान्य होने तक बने रहेंगे। अपनी सेवा देते रहेंगे।

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