नवरात्र का व्रत खोलने गया था परिवार, ढाबे के वेज खाने से निकली हड्डियां

पंजाब के जीरकपुर का है मामला
नवरात्र का व्रत खोलने गया था परिवार, ढाबे के वेज खाने से निकली हड्डियां
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जीरकपुर - मोहाली के जीरकपुर इलाके से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। नवरात्र के पावन दिनों में, जब लोग व्रत और पूजा-पाठ में लीन रहते हैं, एक परिवार को बेहद कड़वा अनुभव झेलना पड़ा। शनिवार को अष्टमी के अवसर पर, जीरकपुर वीआईपी रोड की निवासी अमरदीप और कनिका अपने परिवार के साथ सेठी ढाबा पर भोजन करने गईं। उन्हें उम्मीद थी कि वहां उपंन्हें स्वादिष्ट और शुद्ध शाकाहारी खाना मिलेगा, लेकिन जब खाने में हड्डियां निकलीं तो वे हैरान रह गईं और बेहद आहत महसूस किया।

खानें में मिली हड्डियां

परिवार ने बताया कि वे लगातार आठ दिनों से व्रत रख रहे थे और नवरात्र के अंतिम दिन उन्होंने शुद्ध शाकाहारी भोजन करने का निर्णय लिया था। लेकिन जब खाने में हड्डियां निकलीं, तो उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हो गईं। जब उन्होंने इस मुद्दे पर ढाबा मालिक से शिकायत की, तो जवाब मिला कि नवरात्रि अब समाप्त हो चुकी है। यह प्रतिक्रिया सुनकर परिवार और भी ज़्यादा दुखी और आक्रोशित हो गया। ढाबा मालिक के बेटे वंश सेठी ने सफाई देते हुए कहा कि यह गलती रसोई के स्टाफ से हुई है और दावा किया कि जो हड्डियां मिलीं वे मांस की नहीं, बल्कि सब्जियों की थीं। फिर भी परिवार इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ।

खाद्य विभाग में शिकायत दर्ज करेगा परिवार

अब परिवार ने स्थानीय खाद्य विभाग में शिकायत दर्ज करवाने की तैयारी कर ली है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाने चाहिए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की परेशानी का शिकार न हो।

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