

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : एयरपोर्ट पर हाउसकीपिंग स्टाफ ने यूनिफॉर्म के मुद्दे को लेकर मंगलवार सुबह 40 मिनट तक काम करना ठुकरा दिया। विरोध तब शुरू हुआ जब एक कर्मचारी, जिसने अपनी यूनिफॉर्म पर निजी जैकेट पहनी थी, को शिफ्ट से बाहर जाने के लिए कहा गया। करीब 30 कर्मचारियों के इस प्रदर्शन ने एयरपोर्ट प्रबंधन को बैठक बुलाने पर मजबूर किया।
बैठक में कर्मचारियों ने नए यूनिफॉर्म, विंटरवियर और अन्य मांगें रखीं, जैसे छुट्टी पर वेतन और परिवार में मृत्यु होने पर 14 दिन का वेतनयुक्त अवकाश। यूनियन लीडर ने चेतावनी दी कि जब तक ये मांगें पूरी नहीं होंगी, संविदात्मक कर्मचारी शिफ्ट के अंत में बायोमैट्रिक हाजिरी नहीं देंगे।
एजेंसी ने 250 कर्मचारियों के लिए 31 दिसंबर 2025 तक नया यूनिफॉर्म और स्वेटर देने पर सहमति जताई, ताकि 1 जनवरी 2026 से “नो यूनिफॉर्म–नो एंट्री” नियम लागू किया जा सके, लेकिन अन्य मांगें खारिज कर दी गईं।
एक अधिकारी ने कहा कि ये विरोध प्रदर्शन बायोमैट्रिक हाजिरी प्रणाली को बाधित करने का बहाना था। यह प्रणाली 1 दिसंबर से लागू हुई थी, ताकि कर्मचारी शिफ्ट खत्म होने से पहले न निकलें। पहले केवल एंट्री टाइम दर्ज होता था, जिससे कर्मचारी 25-30 मिनट पहले चले जाते थे और फ्लोर व शौचालय कई मिनट तक बिना निगरानी रहते थे।
हाउस कीपिंग एजेंसी, जो जुलाई 2024 में तीन साल के कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्त हुई, ने यूनियन विरोध और बाहरी हस्तक्षेप के कारण काम करना मुश्किल बताया। अधिकारी ने कहा कि 250 कर्मचारियों में केवल 100 ही ईमानदारी से काम करते हैं।
एयरपोर्ट कॉन्ट्रैक्चुअल वर्कमेंट्स यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष बारुन नट्टा ने आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन सिर्फ उस कर्मचारी के खिलाफ था, जिसने टूटा यूनिफॉर्म होने के बावजूद घर का जैकेट पहन लिया था। यूनियन ने जोर दिया कि नए यूनिफॉर्म आने तक स्टाफ अपनी निजी विंटरवियर पहन सकता है।