'कट्टरपंथी' आलोचकों को थरूर का जवाब - मेरे पास और बहुत काम हैं

जाने क्या है पूरा मामला
'कट्टरपंथी' आलोचकों को थरूर का जवाब - मेरे पास और बहुत काम हैं
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पनामा सिटी/नयी दिल्ली : ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेताओं की आलोचना का सामना कर रहे पार्टी नेता शशि थरूर ने गुरुवार को कहा कि जो ‘कट्टरपंथी’ नियंत्रण रेखा के पार भारतीय वीरता की उनकी समझ पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि वह ‘स्पष्ट रूप से’ केवल आतंकी हमलों के जवाब में की गई कार्रवाइयों की बात कर रहे थे, न कि पहले हुए युद्धों की। थरूर ने यह भी कहा कि आलोचकों और ट्रोल का उनके विचारों और शब्दों को अपनी इच्छानुसार ‘तोड़-मरोड़ कर’ पेश करने के लिये स्वागत है और उनके पास ‘वास्तव में करने के लिए बेहतर चीजें’ हैं। थरूर ने कहा कि उनकी टिप्पणी से पहले हाल के वर्षों में हुए कई हमलों का जिक्र किया गया था, जिनके दौरान भारत की पिछली प्रतिक्रियाएं नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के प्रति सम्मान के कारण संयमित और सीमित थीं।

इस टिप्पणी से उबली कांग्रेस

पांच देशों में भारत का रुख स्पष्ट करने के लिये सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता ने यहां कहा कि भारत ने पहली बार आतंकवादी ठिकानों पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया था। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। कांग्रेस ने इस टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा और पार्टी के एक नेता उदित राज ने कहा कि उन्हें ‘भाजपा का सुपर प्रवक्ता’ बना दिया जाना चाहिए।

आलोचना का जवाब देते हुए थरूर ने कहा, ‘पनामा में एक लंबे और सफल दिन के बाद, मुझे आधी रात को यहां का दौरा संपन्न कर 6 घंटे बाद बोगोटा, कोलंबिया के लिए रवाना होना है, इसलिए मेरे पास वास्तव में इसके लिए समय नहीं है। लेकिन फिर भी : ‘उन कट्टरपंथियों के लिए जो अतीत में नियंत्रण रेखा के पार भारतीय वीरता के बारे में मेरी कथित अज्ञानता पर चिल्ला रहे हैं- 1. मैं स्पष्ट रूप से केवल आतंकवादी हमलों के प्रतिशोध के बारे में बोल रहा था, न कि पिछले युद्धों के बारे में। मेरी टिप्पणियों में पहले हाल के वर्षों में हुए कई हमलों का उल्लेख किया गया था, जिनके दौरान पिछली भारतीय प्रतिक्रियाएं नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के प्रति हमारे जिम्मेदारीपूर्ण सम्मान के कारण संयमित और सीमित थीं। लेकिन हमेशा की तरह, आलोचकों और ट्रोल का मेरे विचारों और शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का स्वागत है। मेरे पास करने के लिए वास्तव में बेहतर काम हैं। शुभ रात्रि।’

थरूर के पीछे पड़ी कांग्रेस

थरूर पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने थरूर की पुस्तक ‘द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर’ का एक स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें उन्होंने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक का कथित रूप से राजनीतिक फायदा उठाने के वास्ते मोदी सरकार की आलोचना की थी। खेड़ा ने कहा, ‘मैं डॉ. शशि थरूर से सहमत हूं जिन्होंने 2018 में अपनी पुस्तक - ‘द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर’ में सर्जिकल स्ट्राइक (पार्टी चुनाव के हथियार के रूप में बेशर्मी से दोहन) के बारे में लिखा था।’ खेड़ा ने एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें 4 सिख रेजिमेंट के अधिकारी लाहौर जिले के बुर्की में एक कब्जे वाले पाकिस्तानी पुलिस थाने के बाहर खड़े दिखाई दे रहे हैं। खेड़ा ने कहा था, ‘यह तस्वीर बुर्की की लड़ाई (जिसे लाहौर की लड़ाई, 1965 के नाम से भी जाना जाता है) से ली गई है, जो 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान एक महत्वपूर्ण लड़ाई थी, जो भारतीय थल सेना इकाइयों और पाकिस्तानी बख्तरबंद बलों के बीच लड़ी गई थी।’

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