
हुगली : एक किशोर की अजीबों गरीब हरकत को लेकर घर के परिवार से लेकर प्रशासन के आला अधिकारी तक काफी परेशान दिखे। यह घटना मोगरा थानांतर्गत चक बांसबेड़िया के गुमटी इलाके की है। मिली जानकारी के अनुसार बिहार के एक परिवार ने 17 साल के किशोर के साथ करीब एक महीने पहले किराये पर एक कमरा लिया था। इससे पहले वे जूट मिल लाइन इलाके में रहते थे। शुक्रवार को लड़के ने अचानक अपनी मां और बहन को कमरे से बाहर निकाल दिया और खुद को भीतर बंद कर आत्महत्या की धमकी देने लगा। उसकी हरकतों से घबराकर मां और बहन दरवाजा खोलने की गुहार लगाती रही, लेकिन वह चिल्ला-चिल्लाकर कहता रहा, कभी अपने सीने में चाकू घोंप लेंगे, कभी गले में फंदा डालेगा, तो कभी गैस खोलकर आग लगा देगा। साथ ही धमकी देता रहा कि अगर दरवाजा तोड़ने की कोशिश की गई तो अंजाम भयानक होगा। लड़के की इस हरकत से पड़ोसी दहशत में आ गए। स्थानीय पंचायत सदस्य जाहिदा बीबी और नौशाद ने पुलिस को सूचित किया। दमकल कर्मी एक इंजन लिए घटनास्थल पर डटे रहे। कमरे से ज्वलनशील पदार्थ फेंकने लगा। ऐसे में दमकलकर्मियों ने कमरे के अंदर पानी का छिड़काव शुरू कर दिया, ताकि आगजनी न हो सके। इस दौरान पुलिस और सप्तग्राम ग्राम पंचायत के एक सदस्य ने कमरे की जाफरी खिड़की से नाबालिग से संवाद स्थापित करने की कोशिश की। अंदर से वह कहता रहा कि उस पर दो लाख रुपये का कर्ज है और वह अगर बाहर गया तो लोग उसकी पिटाई करेंगे। करीब छह घंटे तक बंद नाबालिग को समझाने-बुझाने के बाद भी जब वह बाहर आने को तैयार नहीं हुआ। फिर उसने कहा कि उसे काम पर जाना है, स्कूटी में तेल भरवाना है ,सब कोई यह चले जाइए। सदस्य ने उसे पेट्रोल भरवाने के लिए 200 रुपये दिए। वह दरवाजा खोलने के लिए राजी हो गया। हाथ में एक चॉपड़ (बड़ा चाकू) लेकर दरवाजा खोला और स्कूटी निकालने लगा। पुलिस सतर्क थी। मौका देख बांसबेड़िया मिल फांड़ी के इंचार्ज सुजीत राय और अन्य पुलिस अधिकारी और कर्मियों ने तुरंत उसे काबू में कर लिया। उसकी मां को बुलाकर पुलिस ने बेहतर इलाज कराने की सलाह दी। किशोर की मां ने बताया कि उसने पहले कभी इस तरह का व्यवहार नहीं किया था। इस बार वह अत्यधिक मानसिक तनाव में था, इसलिए उसने ऐसी हरकत की।