चक्रवात ‘दित्वा’ से निपटने को तमिलनाडु तैयार, अगले 24 घंटे जोखिम भरे

श्रीलंका में चक्रवात ‘दित्वा’ के कहर बरसाने के बाद अब उसका असर भारत में भी दिख रहा है। इसकी वजह से तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश होने की संभावना है।
श्रीलंका में बचाव कार्य में तैनात भारत के एनडीआरएफ जवान
श्रीलंका में बचाव कार्य में तैनात भारत के एनडीआरएफ जवान
Published on

चेन्नईः चक्रवात ‘दित्वा’ के प्रभाव से तमिलनाडु के कई हिस्सों में बारिश जारी है। अगले 24 घंटों में इसके राज्य के उत्तरी हिस्सों और पड़ोसी पुडुचेरी के समुद्र तट के समानांतर आगे बढ़ने की संभावना है। चक्रवात के मद्देनजर तमिलनाडु में रेड अलर्ट जारी है और इससे निबटने के लिए व्यापक तैयारी की गई है।

मौसम विभाग ने रविवार को जानकारी दी कि राज्य के कावेरी डेल्टा जिलों में भारी बारिश के कारण रामनाथपुरम और नागापट्टिनम जिलों में सबसे अधिक बारिश हुई।

रामेश्वरम और नागापट्टिनम के तटवर्ती शहरों में जनजीवन पर असर पड़ा क्योंकि भारी बारिश से कई निचले इलाके जलमग्न हो गए।

चक्रवात की है पांच किमी प्रति घंटा की रफ्तर

क्षेत्रीय मौसम विभाग द्वारा रविवार को जारी नवीनतम बुलेटिन के मुताबिक चक्रवात पांच किलोमीटर प्रति घंटे की गति से लगभग उत्तर की ओर बढ़ा है। बुलेटिन में कहा गया है, ‘‘अगले 24 घंटों में इसके उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों के समानांतर लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की बहुत संभावना है। उत्तर की ओर बढ़ते समय चक्रवाती तूफान 30 नवंबर तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर तमिलनाडु-पुडुचेरी तट से कम से कम 50 किलोमीटर और 25 किलोमीटर की दूरी पर केंद्रित रहेगा।’’

अगले 24 घंटे में भारी बारिश की आंशका

चक्रवात के प्रभाव से अगले 24 घंटों में कुड्डालोर, नागापट्टिनम, मयिलादुथुराई, विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू, पुदुक्कोट्टई, तंजावुर, तिरुवरूर, अरियालुर, पेरम्बलुर, तिरुचिरापल्ली, चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और रानीपेट जिलों तथा पुडुचेरी और कराईकल में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश और बहुत अधिक भारी बारिश होने की संभावना है।

बुलेटिन में कहा गया है कि समुद्र में स्थिति प्रतिकूल रहने संभावना है और एक दिसंबर की सुबह तक धीरे-धीरे हालात सुधरने की उम्मीद है जिसमें धीरे से सुधार होने की संभावना है।

मछुआरों को समुद्र में जाने से मनाही

बुलेटिन के अनुसार मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री के. के. एस. एस. आर. रामचंद्रन ने कहा था कि राज्य सरकार ने राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) समेत 28 आपदा प्रतिक्रिया टीम को प्रतिकूल परिस्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है और दूसरे राज्यों से 10 और टीम के आने की उम्मीद है।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in